India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Vidhan Sabha Election : हरियाणा की 14वीं विधानसभा के अप्रत्याशित नतीजों ने हर किसी को हैरान और पराजय का दंश झेलने वाले कई दिग्गजों को परेशान कर दिया है। स्थिति ये रही कि जहां एग्जिट पोल के नतीजे पूरी तरह से गलत साबित हुए, वहीं उम्मीदों के विपरीत बड़े अंतर से जीत की उम्मीद कर रहे अलग पार्टियों के सीनियर नेताओं को हार का सामना करना पड़ा।
दूसरी तरफ कई दिग्गज और नए चेहरे चुनाव जीतकर अपना दमखम साबित करने में सफल रहे। चुनाव जीतने और हारने वाले प्रदेश के राजनीतिक घरानों के कई दिग्गज भी शामिल रहे। इसके अलावा सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस ने कई नए चेहरों को भी टिकट दी थी, जिनमें से कई ने अपनी राजनीतिक पारी की सफल शुरुआत की तो कई के लिए ये चुनाव हार के चलते दुस्वप्न से कम साबित नहीं हुए। इसी कड़ी में बता दें कि लंबे राजनीतिक अनुभव और कई बार चुनावों में जीत दर्ज करने वाले अलग-अलग पार्टियों के दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा।
इसी कड़ी में बता दें कि हरियाणा के राजनीतिक परिवारों से करीब दर्जन भर उम्मीदवार विधानसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे थे जिनमें से कई नेताओं को हार-जीत का सामना करना पड़ा। पूर्व दिवंगत डिप्टी पीएम देवीलाल के परिवार से 8 सदस्य चुनाव में उतरे थे, लेकिन इनमें से उनके पौत्र आदित्य चौटाला और पड़पोते अर्जुन चौटाला डबवाली और रानिया का चुनाव जीत पाए तो वहीं बाकी सदस्य उनके पोते अभय चौटाला, भाजपा के साथ साढ़े चार साल तक सत्ता चलाने वाले पूर्व डिप्टी सीएम और उनके पड़पोते दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला को हार का सामना करना पड़ा।
इतना ही नहीं, हिसार से लोकसभा चुनाव हारने वाले और टिकट न मिलने पर बतौर निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ने वाले पूर्व मंत्री और पूर्व दिवंगत उप प्रधानमंत्री देवीलाल के पुत्र रणजीत सिंह को अपने पड़पोते के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा। इनके अलावा दुष्यंत की मां नैना चौटाला और उनकी देवरानी सुनैनी चौटाली भी चुनाव नहीं जीत पाए। पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर डबवाली से चुनाव जीतने वाले अमित सिहाग को भी डबवाली से हार का सामना करना पड़ा।
Haryana Election Result: ‘आज वो भी पछता रहा होगा…’ राघव चड्ढा ने कांग्रेस की हार पर कसा तंज
वहीं भाजपा सांसद और भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने हिसार सीट से भाजपा कैंडिडेट व मंत्री कमल गुप्ता को हराते हुए जीत दर्ज की। इनके अलावा लोकसभा चुनाव में बेटी को टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाली किरण चौधरी की बेटी और पूर्व दिवंगत सीएम चौधरी बंसीलाल की पोती अपने चचेरे भाई और कांग्रेस उम्मीदवार अनिरुद्ध चौधरी को मात देने में सफल रही।
उधर, कांग्रेस हैवीवेट और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य का कैथल विधानसभा सीट से पॉलिटिकल डेब्यू सफल रहा। इसी तरह से हुड्डा के करीब और हिसार से सांसद जेपी के बेटे विकास कलायत से 13 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव जीतने में सफल रहे। भजनलाल परिवार के अभेद दुर्ग के रूप में पहचान रखने वाले आदमपुर से अबकी बार उनके पोते भव्य बिश्नोई को हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस दिग्गज चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे व पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह महज 32 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए। वहीं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव चुनाव जीतने में सफल रही।
Election Commission: हारते ही कांग्रेस ने EVM पर उठाए सवाल, अब EC ने दिया कड़ा जवाब