India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Winter Season: हरियाणा विधानसभा शीतकालीन सत्र का दौर जारी है। ऐसे में पक्ष विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोक देखने को मिली। सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण जारी रहा। वही आज दूसरे दिन पक्ष विपक्ष के बीच राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर गहरी चर्चा छिड़ी हुई है। राज्यपाल के अभिभाषण को ‘दूरदृष्टिहीन दस्तावेज’ बताते हुए कांग्रेस और इनेलो ने आज हरियाणा में बढ़ते अपराध, बेरोजगारी, महंगाई, झूठे वादों और विकास की कमी समेत कई मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेरने का प्रयास किया। आइए जानते हैं विपक्ष ने किस तरह राज्यपाल के अभिभाषण पर टिप्पणी दी।
इस दौरान भाजपा सदस्यों ने राज्यपाल के अभिभाषण को ‘दूरदृष्टिहीन’ दस्तावेज बताया जिसका उद्देश्य हरियाणा को ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य की ओर ले जाना है। वहीं कांग्रेस की तरफ से चर्चा की शुरुआत करते हुए पूर्व स्पीकर अशोक अरोड़ा ने आरोप लगाया कि किसान डीएपी खाद की भारी कमी और पराली जलाने पर FIR, जुर्माना और कृषि पोर्टल पर ब्लैक लिस्ट करने जैसे जुर्माने से परेशान हैं। इतना ही नहीं अरोड़ा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अभिभाषण में भविष्य के लिए कोई विजन नहीं है और इसमें पिछले 10 सालों में भाजपा सरकार की तथाकथित ‘उपलब्धियों’ को ही सूचीबद्ध किया गया है।
इस दौरान बीजेपी सरकार पर तंज कस्ते हुए कांग्रेस के नूंह विधायक आफताब अहमद ने आरोप लगाया कि भाजपा शासन को केवल “असफल वादों” का शासन कहा जा सकता है। इतना ही नहीं उन्होंने आरोप लगाया कि कई साल पहले घोषित परियोजनाओं के क्रियान्वयन में मेवात क्षेत्र के साथ बार-बार भेदभाव किया गया। उन्होंने आरोप लगाया, “भाजपा शासन में हरियाणा में विकास पिछड़ गया है।” कांग्रेस की गीता भुक्कल ने सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जातियों के उप-वर्गीकरण के संबंध में हरियाणा सरकार की अधिसूचना को “फूट डालो और राज करो” की नीति करार दिया। मंत्री कृष्ण बेदी ने भुक्कल के आरोपों पर कड़ी आपत्ति जताई।