India News (इंडिया न्यूज), Hathni kund Bairaj, चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में हरियाणा आगे बढ़ रहा है। पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है जिसे पुरी दुनिया के लोग सर्च करके घूमने आते हैं। जहां-जहां पर्यटन बढ़ा है वहां के इलाके की प्रगति हुई है। लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। हरियाणा में भी पर्यटन के नाते लोगों का रूझान बढ़े, इसके लिए हथिनी कुंड बैराज पर वॉटर राईडिंग व यमुना में बोटिंग की शुरूआत की गई है। उन्होंने कहा कि हथिनी कुंड बैराज पर पार्क बनाया जा रहा है। इस पार्क का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम और नूंह जिलों के क्षेत्र में करीब 10 हजार एकड़ में जगल सफारी प्रोजेक्ट बनाया जाएगा। इसकी शीघ्र शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं।
आज के युवा का साहसिक खेलों की ओर रूझान ज्यादा है। पर्यटन के नाते हरियाणा में बहुत से क्षेत्रों में ऐसी गतिविधियों को बढ़ाया जा सकता है। पर्यटन के नाते कलेसर से कालका तक पहाड़ी के नीचे-नीचे बहुत सी संभावना है, जैसे कि पैदल ट्रैकिग, साईकिल ट्रैकिंग व मोटर साईकिल इत्यादि के माध्यम से विभिन्न स्थानों जैसे आदि बद्री, लोहगढ़, त्रिलोकपुर देवी का मंदिर का भ्रमण कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त बहुत से मनोरजंन के स्थान भी पहाड़ी के साथ पड़ते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ताजे वाला हैड पहले छोटा था। उसके बाद हथिनी कुंड बैराज बनाया गया, परन्तु पानी की अधिकता के कारण कलेसर में 50 मीटर ऊंचा डैम बनाया जाएगा। इस डैम से हरियाणा, हिमाचल, उतराखंड व उत्तर प्रदेश के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। यह प्रोजेक्ट 4 प्रदेशों का मिलन बिन्दू हैं। यहां पर पर्यटन की संभावना होगी और चारों प्रदेशों में पानी की जरूरत को पूरा किया जा सकता है। हम इसके माध्यम से बिजली भी बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान, दिल्ली को भी इसका लाभ मिल सकेगा।
पर्यटन मंत्री कंवर पाल ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि पर्यटन के हिसाब से हथिनी कुंड क्षेत्र बहुत ही सुंदर स्थान है, प्राकृतिक दृष्टि से लोग यहां पर आते है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में इस पार्क पर करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं और इस पार्क का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी के नाम पर रखा गया है। टिकर ताल की तर्ज पर हथिनी कुंड में भी यह संभावना है कि इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि हैप्पीनैस पर भी खोज हो रही परन्तु सबसे ज्यादा हैप्पीनैस पर्यटन में है। कई देश ऐसे हैं, जिनकी अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही निर्धारित है।