India News Haryana (इंडिया न्यूज), Jind News : हरियाणा में पृथक सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन को लेकर काफी लंबे समय तक संघर्षरत रहे सिख नेता जगदीश सिंह झिंडा शुक्रवार को नगर के खानसर चौंक पर पहुंचे। इस मौके पर उनके संघर्ष वार्ड नंबर 24 से उम्मीदवार स. करनैल सिंह विशेष रूप से मौजूद रहे। इस मौके पर उन्होंने सफीदों कार्यालय का शुभारंभ भी किया। पत्रकारों से बातचीत में स. जगदीश सिंह झिंडा ने कहा कि उन्होंने और उनके साथियों ने हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन को लिए बहुत लंबा संघर्ष किया।
वर्ष 2014 में तात्कालीन सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गैर सरकारी बिल लाकर उसे विधानसभा में पास किया तथा इसके कमेटी के गठन के लिए एक्ट बनाया। उसके बाद 8 साल तक इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में केस चला। वर्ष 2022 में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा इस कमेटी को कानूनी मान्यता मिली। उसके बाद हरियाणा में सरकार बदली और मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। सरकार ने पहले बनी कमेटी को भंग कर दिया। उसके बाद 36 सदस्यीय कमेटी बनाई गई। उस कमेटी में उनके साथ संघर्षरत रहे लोगों को शामिल नहीं किया गया। इस बात से खिन्न होकर उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश के महामहिम राज्यपाल को भेज दिया। सरकार के द्वारा गठित गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एक प्रकार से सरकारी कमेटी बनकर रह गई।
इस कमेटी में सरकार के आदमी ज्यादा थे और संघर्ष के केवल 5 लोग ही थे। मैने तो इस्तीफा भेज दिया था और उन्होंने 5 लोगों से कहा कि वे इस कमेटी में शामिल ना हों क्योंकि यह सरकारी कमेटी है। उन लोगों को भी इस्तीफा देकर सरकार पर दबाव बनाकर प्रबंधक कमेटी के चुनाव करवाने का दबाव बनाना चाहिए लेकिन उन लोगों ने इस्तीफा नहीं दिया।
वे लोग इस सरकारी कमेटी के बीच रहकर लगातार अपनी बेइज्जती करवाते रहे। जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि इस समय प्रदेश में 82 से ज्यादा गुरुद्वारा एवं गुरुघर है, जोकि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अंतर्गत आते हैं। इसके अलाव अन्य गुरूद्वारा साहिब कमेटियां जोकि शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी से जुड़ी है, वे भी अगर हरियाणा कमेटी के साथ जुड़ना चाहेंगी तो उनका भी स्वागत रहेगा और उन गुरूद्वारा में बराबर का विकास करवाया जाएगा।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान जगदीश सिंह झिंडा ने बलजीत सिंह दादूवाला पर अनेक प्रकार के आरोप लगाते हुए कहा कि वे सरकारी कमेटी के व्यक्ति हैं और गिरगिट की तरह से रंग बदलना ही उनका काम है। उनके व संघर्ष के साथियों ने बड़े लंबे संघर्ष, धरने-प्रदर्शन करके, पुलिस की लाठियां खाकर व अनेक बार जेल जाकर हरियाणा में हरियाणा में सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी का गठन करवाया है। इस कमेटी का प्रदेश में यह पहला चुनाव है। प्रदेश की सिख संगत को चाहिए कि वह इस चुनाव में बढ़-चढ़कर वोट करें और अच्छे संघर्षशील व काम करने वाले लोगों का चुनाव करें, ताकि जिस भाव के साथ इस कमेटी का गठन करवाया गया है, वह अपने उद्देश्य को प्राप्त करें।