पहाड़ी राज्यों में एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है…हिमाचल के कई जिलों में देर रात हल्की बारिश के साथ बर्फबारी देखने को मिली…राजधानी शिमला के साथ कुल्लू की ऊंची चोटियों पर सुबह एक बार फिर से बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है…तो वहीं अटल टनल रोहतांग के दोनों छोर पर भी हिमपात हो रहा है…उपमंडल बंजार और आनी को आपस मे जोड़ने वाले जलोड़ी दर्रा पर भी 4 इंच बर्फ गिरी है…जिसके चलते यहां से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो गई है…
जिला प्रशासन ने भी लोगों को ऊंचाई वाले स्थानों का रुख ना करने की सलाह दी है…जिला लाहौल स्पीति की अगर बात करें तो वहां भी देर रात से बर्फबारी हो रही है…जिसके चलते एक बार फिर से लाहौर और मनाली के चोटियां सफेद हो गई हैं…बारिश के कारण घाटी का तापमान भी कम हो गया है… जिससे लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है.
बारिश होने के चलते किसानों को भी राहत मिली है…क्योंकि, बारिश न होने के चलते गेहूं की फसल सूख रही थी अब बारिश होने से गेहूं की फसल को भी संजीवनी मिली है…रोहतांग दर्रा में भी बर्फबारी का दौर जारी है। डीसी कुल्लू डॉ. ऋचा वर्मा बताया कि, देर रात से ही मनाली के साथ लगती पहाड़ियों पर बर्फबारी हो रही है…जिसके चलते सैलानी ऊंचाई वाले पहाड़ियों का रुख ना करें…वही मौसम की स्थिति को देखते ही सैलानी अपना सफर करें…
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी इलाकों वाले राज्यों तक, मौसम ने अचानक करवट ली है. मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई है…मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक दिल्ली समेत कई राज्यों में बारिश की संभावना व्यक्त की है. दिल्ली में सुबह से ही आसमान में बादलों ने डेरा डाल रखा है. धूप गायब है और हवा में ठंडक बनी हुई है.
मौसम विभाग के मुताबिक शाम तक दिल्ली समेत कई राज्यों में आंधी-तूफान के साथ बारिश होने की पूरी संभावना है. कुछ राज्यों में ओले भी गिर सकते हैं… हल्की बारिश की वजह से तापमान में कुछ डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है. अगले 24 घंटों के दौरान, पहाड़ी राज्यों जैसे लद्दाख, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी के होने का अनुमान है.
उत्तराखंड के कुछ जिलों में भी बारिश और बर्फबारी का दौर देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक इन राज्यों में सोमवार से लेकर बुधवार तक बारिश और बर्फबारी की गति में बढ़ोतरी होगी, जिसका सीधा असर मैदानी इलाकों वाले राज्यों पर दिखेगा.
करनाल के रहने वाले किसान ईशम सिह ने बताया आज सुबह से ही आसमान में बादल को देखकर उनकी बेचैनी बड़ रही है। भगवान न करे अगर बारिश और ओलावृष्टि हो गई तो उनकी खेतो में पक्की खड़ी हुई फसल पूरी तरह से खराब हो जाएगी। किसान फसल से ही अपने घर का गुजर बसर करता है। अगर फसल भी खराब हुई तो उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। 11 एकड़ में गेहूं की फसल की खेती करने वाले किसान की केवल अब भगवान से हाथ जोड़कर प्राथना है। कुछ दिन और बरसात नही आई ताकि सभी किसान अपनी धान की फसल की कटाई कर उन्हें मंडियों में बेच सके।