गुरुग्राम/देवेंद्र भारद्वाज
एक तरफ जहां धर्म के नाम पर कुछ शरारती तत्व जहर घोलने का प्रयत्न करते हैं तो दूसरी तरफ एक तस्वीर ऐसी भी निकल कर आई है,.जहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंदू समाज के लोगों के साथ मिलकर होली मिलन समारोह रखा और पुराने इतिहास पर अपने भाईचारे की मिसाल भी पेस की।
गुरूग्राम का एक गांव भाईचारे की मिसाल बना है, आजादी से पहले जिस भाईचारे के बीच दो समुदाय के लोग देश की आजादी के लिए साथ मिलकर लड़े, उसी भाईचारे को दोबारा से कायम करने के लिए हरियाणा के मुस्लिम बाहुल्य इलाके से सिंगार गांव के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गांव घामडौज में पहुंचकर होली मिलन समारोह में शिरकत की, और इसके अलावा पंचगांव से भी बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे जहां गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों का भव्य स्वागत किया।
दरअसल सिंगार गांव के लोग घामडौज गांव से ही गए थे, लेकिन दशकों वर्ष बीत जाने के बाद उस भाईचारे को बनाए रखने के लिए हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ये मुहिम शुरू की है, कि दोनों धर्मों के लोगों के बीच भाईचारा और प्यार बना रहे, इसके लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए जिससे दोनों धर्मों के लोग देश की एकता अखंडता को बनाए रखें, इस कार्यक्रम के दौरान दोनों समुदाय के लोगों दादीसती पर जाकर पूजा अर्चना भी की।