भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अभी तक सरकार मंडियों से सारी सरसों का उठान भी नहीं करवा पाई। इसके चलते किसानों को फसल के भुगतान में भी देरी हो रही है। सरकार द्वारा 72 घंटे के भीतर पेमेंट का दावा किया जाता है, लेकिन 10 दिन बाद भी सरकार ने किसानों को पेमेंट नहीं की।
सरसों के ज्यादातर किसानों को भी अब तक भुगतान नहीं किया गया है। सरकार की लेटलतीफी का खामियाजा सरसों के किसानों को बड़े घाटे के रूप में भुगतना पड़ा। सरकारी खरीद नहीं होने के चलते किसानों को एमएसपी से 800-1000 रुपये कम रेट पर अपनी फसल बेचनी पड़ी। हुड्डा ने कहा कि हमेशा की तरह सरकार ने सीजन आते ही गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी। इसके चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं की ऊंची कीमतों का किसानों को लाभ नहीं हो रहा।
सर्दियों में लोगों के लिए बड़ी समस्या बनकर उभरती है खासी-जुखाम की बिमारी। और यह…
हरियाणा में दिन दहाड़े हो रहे अपराध के चलते अब एक और मामला सामने आया…
India News Haryana (इंडिया न्यूज), Kidnapping Crime: सीवन थाना क्षेत्र में बुधवार शाम एक चौंकाने…
हरियाणा में एक मुद्दा खत्म होता है तो दूसरा मुद्दा उठ जाता है। अब हाल…
विश्वभर में कई बड़े देशों के मुताबिक एक बड़ी समस्या आ खड़ी हुई है। दरअसल,…
विधायकों ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान उठाया डीएपी की कमी का मुद्दा…