India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस अब इस बात पर चर्चा कर रही है कि हरियाणा में कौन बनेगा विपक्ष का नेता? दरअसल शपथ ग्रहण के अगले दिन ही हरियाणा में लगातार हार का कारण तलाश रही कांग्रेस शुक्रवार यानी (18 अक्टूबर) को विधायक दल का नेता भी फाइनल कर लेगी। साथ ही आपको बता दें आज कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालेंगे। साथ ही आपको बता दें, इसके लिए कांग्रेस ने विधायक दल का नेता चुनने के लिए चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक भी रखी है। चर्चा है कि इस बैठक में कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल होंगे।
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दरअसल, विपक्ष के नेता बनने के लिए हुड्डा ने अपनी कमर कासली है। जिसके लिए हुड्डा ने बुधवार 16 अक्टूबर को दिल्ली स्थित अपने आवास पर कुल 31 विधायकों की मीटिंग रखी। इसे उनके शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा गया। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि इस मीटिंग में 6 एंटी विधायक शामिल नहीं हुए।हालांकि, विधानसभा चुनावों में पार्टी को बड़ा झटका लगने के बाद हुड्डा के लिए आगे की राह काफी मुश्किल हो सकती है। अब इन सबके बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्यकोंग्रेस उन्हें यह पद देगी या नहीं।
जहाँ एक तरफ हुड्डा अपनी दावेदारी थोक रहे हैं तो वहीं सैलजा ने भी इस चीज को लेकर पहल कर दी है। दरअसल, हुड्डा की बैठक में शामिल न होने वाले विधायकों में शैले चौधरी (नारायणगढ़), चंद्र मोहन (पंचकूला), आदित्य सुरजेवाला (कैथल), रेनू बाला (साढौरा) और अकरम खान (जगाधरी) शामिल हैं। वहीं कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के साथ हैं। दरअसल कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों से यह खबर आ रही है कि, कुमारी सैलजा पंचकूला के विधायक चंद्र मोहन की उम्मीदवारी का समर्थन कर रही हैं, जो नए सीएलपी चेहरे के रूप में हैं। दरअसल वो चार बार विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं। तो अब देखना यह है कि कांग्रेस कुमारी सैलजा की बात मानती है या फिर हुड्डा को ही विपक्ष का पद संभालने का मौका देगी?