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सामान्य अस्पताल के अनुबंधित कर्मचारियों ने की हड़ताल

• LAST UPDATED : March 20, 2021

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झज्जर/जगदीप सिंह

झज्जर जिले में पिछले कई दिनों से शहर के सामान्य अस्पताल में चल रही खींचतान का खामियाजा अस्पताल के कार्यरत अनुबंधित कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है, वहीं मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा, अस्पताल में अनुबंध के आधार पर करीब 130 कर्मचारियों का वेतन नहीं मिल रहा है, कर्मचारियों का आरोप है कि डीडी पॉवर रखने वाली एमएस डॉ. अरुणा सांगवान बजट होने के बावजूद भी बिल पास नहीं कर रही हैं इससे कर्मचारियों को 3 महीने से वेतन नहीं मिल रहा नाराज कर्मचारी हड़ताल पर चले जाने के बाद अपनी समस्या के समाधान के लिए दोपहर के बाद सिविल सर्जन के पास चले गए और अपनी समस्या से अवगत कराया।

सीएमओ ने कर्मचारियों को पांच दिन में उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया इसके बाद कर्मचारी काम पर लौटे इससे पूर्व करीब ढाई घंटे तक हड़ताल चली, हड़ताल के चलते मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा कई दिनों से चल रहा विवाद सितंबर माहीने के मध्य में एमएस का कार्यभार संभालने वाली डॉ अरुणा सांगवान के खिलाफ कुछ दिनों बाद ही शिकायतें मिलने शुरू हो गई थी, जिसमें कैंटीन संचालक ने रिश्वत मांगने, आउटसोर्स कर्मचारियों से अपने पति के निजी अस्पताल में काम कराने और सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने जैसी शिकायतें मिली थी जांच में बाधा डालने के आरोप लगे तो इनसे प्रशासनिक कार्यभार वापस लेकर डॉक्टर चंद्रभान को दे दिया गया, लेकिन डीडी पावर इनके पास ही बनी रही जिसके कारण फाइनेंस के सभी अधिकार एमएस डा अरुणा संगवान के पास ही हैं कर्मचारियों का आरोप है कि एमएस दिसंबर माहीने से बिल को डीएमएस से जांच कराने की जिद पर अड़ी हुईं हैं।

हड़ताल के कारण परेशान मरीजों ने बताया कि ना ही पर्ची काटी जा रही है, और ना ही जांच की जा रही है ऑपरेशन करवाने के लिए अस्पताल आए हुए थे यहां पर आए तो पता लगा कि कर्मचारियों की हड़ताल है, अस्पताल में सभी कर्मचारी ग्रुप बना कर इधर-उधर बैठे हैं और ना ही पर्ची काटी जा रही है और ना ही जांच की जा रही है, कह रहे हैं कि सोमवार को आना घर पर अपने छोटे बच्चों को छोड़कर आए हैं।

आलम यह है की पिछले 3 दिनों से इस अस्पताल के हालात बदतर बने हुए हैं, गावों से अपने बीमार बच्चों को दिखाने के लिए आए हुए हैं ना ही जांच की जा रही है नई पर्ची बनाई जा रही है इसके चलते सभी  मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, उन्होंने बताया कि इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भी शिकायत की गई है।

एक मरीज ने बताया झज्जर का नागरिक अस्पताल जो कि दिखने में तो बहुत बड़ा है लेकिन मरीजों का इलाज ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा ना तो दवाई मिल पा रही है, और ना ही डॉक्टर ठीक ढंग से देखते हैं आज मेडिकल पहुंचे इलाज के लिए तो कर्मचारियों के हड़ताल मिली, ना ही कोई पर्ची बना रहा और ना ही डॉक्टर देख रहे हैं इसे बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है दूर से आना पड़ता है ज्ञात रहे की करीब पिछले एक वर्ष से नागरिक अस्पताल झज्जर की लिफ्ट खराब पड़ी है, लेकिन इस ओर किसी का कोई ध्यान नहीं है अस्पताल में इलाज के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को खासी परेशानियों झेलनी पड़ जाती हैं।

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