इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
HR Congress President Kumari Selja : हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा है कि प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार नौकरियों की खरीद-फरोख्त के घोटाले से लोगों का ध्यान भटकाने का काम कर रही है। मौजूदा सरकार नहीं चाहती कि नौकरी खरीद-फरोख्त घोटाले की निष्पक्ष जांच हो।(Haryana Congress President Kumari Selja)
नौकरियों की खरीद-फरोख्त घोटाले से ध्यान भटका रही सरकार HR Congress President Kumari Selja
मुख्यमंत्री मनोहर लाल का यह कहना कि उनके शासन में हुई 85 हजार भर्तियों की जांच संभव नहीं है, जिनकी शिकायत मिली है, उन्हीं की जांच की जाएगी। यह दिखाता है कि सरकार इस महाघोटाले को छिपाने में लगी हुई है। इस सरकार के शासनकाल में सरकारी नौकरियों में हुए महाघोटाले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए।(HR Congress President Kumari Selja)
नौकरियों में महाघोटाले की निष्पक्ष जांच की मांग HR Congress President Kumari Selja
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि मौजूदा भर्ती घोटाले से साफ है कि पेपर पास कराने से लेकर नौकरी दिलाने तक के पूरे के पूरे पैकेज बेचे गए हैं शिक्षित बेरोजगारों से रुपये लेकर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा ली जाने वाली अध्यापक पात्रता परीक्षा पास कराई गई।
इसके बाद और रुपये लेकर हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन के मार्फत लेक्चरर व हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के जरिए उन्हें टीचर लगवाया गया। यानी, पात्रता परीक्षा पास कराने से लेकर लेक्चरर व टीचर लगवाने तक का टेंडर भर्ती माफिया ने लिया।
पूरे पैकेज के साथ बेची गई नौकरियां : सैलजा HR Congress President Kumari Selja
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा का अभी तक का सात साल का राज पेपर लीक और नौकरी घोटालों के लिए जाना जा रहा है।
कुमारी सैलजा ने मांग करते हुए कहा कि अगर हरियाणा सरकार भर्ती घोटालों का सच सामने लाने की हिम्मत रखती है तो एचएसएससी और एचपीएससी आयोगों को बिना किसी देरी के बर्खास्त किया जाए और इस महाघोटाले की जाँच हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की देखरेख में एसआईटी से करवाई जाए।(Haryana Congress President Kumari Selja)
उन्होंने एचएसएससी और एचपीएससी आयोगों के पुनर्गठन की मांग करते हुए कहा कि भविष्य में होने वाली भर्तियों में सुधार करने के उदेश्य से इन आयोगों में एक एक्सपर्ट का पैनल बनाया जाए और यह पैनल जो भी सुझाव दे उनका अनुसरण करते हुए उन सुझावों को सार्वजनिक भी किया जाए।