India News Haryana (इंडिया न्यूज),Digvijay Singh: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद अभी भी कांग्रेस के नेताओं की बौखलाहट रुकी नहीं है। दरअसल राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार यानी (11 अक्टूबर) को एक बार फिर ईवीएम पर सवाल खड़े कर दिए है। दरअसल हार के बाद गुस्साए नेता ने कहा कि ईवीएम की मौजूदा व्यवस्था की वजह से मतदाता के रूप में उनका संवैधानिक अधिकार छिन चुका है। उन्होंने यह दावा भी किया कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तरह हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी डाक मतपत्रों की गिनती में कांग्रेस अधिकांश सीटों पर जीती थी।
दरअसल हार के बाद दिग्विजय का पाला मीडिया से पड़ा इस दौरान उन्होंने मीडिआ से बातचीत करते हुए कहा कि, “मैं एक मतदाता हूं और मेरा संवैधानिक अधिकार है कि मैं जिसे चाहूं, वोट उसी उम्मीदवार के खाते में जाए। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी बोला कि मैं अपने हाथ से मतपत्र को मतपेटी में डालूं और इस तरह डाले गए मतों की 100 फीसद गिनती हो। यह मेरा संवैधानिक अधिकार है जो EVM की मौजूदा व्यवस्था से छिन चुका है। कांग्रेस के लिए आवाज उठाते हुए उन्होंने कहा कि, एमपी में नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान डाक मतपत्रों की गिनती में 230 में से 199 सीट पर कांग्रेस जीती।जबकि ईवीएम में पड़े वोट की गिनती में पार्टी सिर्फ 66 सीट हासिल कर सकी। यहाँ सीधा सीधा दिग्विजय ने कांग्रेस की हार पर EVM को जिम्मेदार ठहरा दिया है।
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दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस की हार का जिम्मेदार EVM को ठहराते हुए कहा कि, हाल के हरियाणा विधानसभा चुनावों में डाक मतपत्रों की गिनती में 90 में से 76 सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की। जबकि ईवीएम में पड़े वोट की गिनती में पार्टी की जीती सीट 37 रह गईं। इतना ही नहीं धर्म की राजनीति करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि “देश के मुस्लिम समुदाय की आबादी को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आप जनसंख्या के आंकड़े देख लीजिए, देश में हिंदुओं के मुकाबले मुसलमानों की जनसंख्या में ज्यादा तेजी से गिरावट आ रही है। अब इनके इस बयान के बाद देश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस भी EVM की कमी बताते हुए अपनी हार को जीत में बदलने का प्रयास कर रही है ।