India News Haryana (इंडिया न्यूज), Food Samples: हरियाणा में मिलावटी खाद्य पदार्थों का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, और खाद्य एवं औषधि विभाग के हालिया आंकड़े इस स्थिति को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं। एक साल में विभाग ने कुल 2,682 खाद्य सैंपल लिए, जिनमें से 676 यानी लगभग 25 प्रतिशत सैंपल फेल पाए गए। इसका मतलब है कि ये खाद्य पदार्थ खाने के लिए सुरक्षित नहीं थे, जिनमें दूध, दही, पनीर, मिठाई और मसाले शामिल हैं।
जांच में कमी का मुख्य कारण विभाग में स्टाफ की कमी है। राज्य के 22 जिलों में से केवल सात जिलों में ही जिला खाद्य अधिकारी हैं, और उनके पास दो से तीन जिलों का चार्ज है। इसके अलावा, फूड सेफ्टी ऑफिसरों की संख्या भी बेहद कम है; केवल 10 अधिकारी कार्यरत हैं जबकि 45 स्वीकृत पदों में से 43 खाली हैं। ये अधिकारी अन्य विभागों से प्रतिनियुक्ति पर आए हैं, जिससे उनकी दक्षता पर सवाल उठते हैं।
डीके शर्मा, खाद्य विभाग के संयुक्त सचिव, ने बताया कि विभाग ने फूड सेफ्टी अधिकारियों को हर महीने 30 खाद्य नमूने लेने का लक्ष्य निर्धारित किया है। खासकर त्योहारी सीजन में निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, अधिकारियों की कमी का मुद्दा सरकार को भेजा गया है, और उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति में सुधार होगा। इस प्रकार, हरियाणा में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सैंपलिंग की प्रक्रिया को तेज करने की आवश्यकता है, ताकि लोगों को मिलावटी खाद्य पदार्थों से बचाया जा सके।