India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Municipal Election: हरियाणा में नगर निकाय चुनाव के लिए सरकार ने चुनाव प्रचार खर्च की सीमा बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब मेयर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार 5 लाख रुपये ज्यादा खर्च कर सकेंगे। पहले यह सीमा 25 लाख रुपये थी, जिसे बढ़ाकर अब 30 लाख रुपये कर दिया गया है।
सरकार ने निगम पार्षद, नगर कौंसिल अध्यक्ष और म्युनिसिपल कमेटी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों के लिए भी खर्च की सीमा बढ़ा दी है:
हरियाणा चुनाव आयोग ने निकाय चुनाव दो चरणों में कराने की घोषणा की है। पहले चरण में गुरुग्राम, मानेसर, फरीदाबाद के नगर निगमों के साथ-साथ सिरसा नगर परिषद, पटौदी जटौली मंडी और अंबाला सदर में चुनाव होंगे। वहीं दूसरे चरण में मार्च-अप्रैल के बीच पानीपत, हिसार, रोहतक, करनाल, यमुनानगर के नगर निगम और थानेसर नगर परिषद समेत अन्य नगर पालिकाओं में चुनाव होंगे।
वहीं आपको यह भी बता दें कि सोनीपत और अंबाला में मेयर पद के लिए उपचुनाव होंगे। सोनीपत के मेयर निखिल मदान और अंबाला की मेयर शक्ति रानी शर्मा विधायक बनने के बाद अपने पदों से इस्तीफा दे चुके हैं।प्रदेश के 8 नगर निगमों के 212 वार्डों में 74 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा 28 वार्ड अनुसूचित जाति (SC), 17 वार्ड पिछड़ा वर्ग-ए (BC-A), और 11 वार्ड पिछड़ा वर्ग-बी (BC-B) के लिए आरक्षित हैं।
हरियाणा के चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने कहा कि निकाय चुनाव पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से कराए जाएंगे। बढ़ी हुई खर्च सीमा का उद्देश्य उम्मीदवारों को पर्याप्त साधन उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपने क्षेत्र में विकास और जनसेवा के मुद्दों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर सकें। निकाय चुनाव की घोषणा के बाद से राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सभी दल अपने उम्मीदवारों और रणनीतियों पर काम कर रहे हैं।