झज्जर/जगदीप
इंडियन नेशनल लोकदल ने टीकरी बार्डर पर अस्पताल की शुरुआत की है…बता दें 3 काले कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर किसान बैठे हैं… किसानों के लिए बुधवार को 40 बैड का अस्थाई अस्पताल चिकित्सा के लिए खोल दिया गया है… इस अवसर पर इनेलो की छात्र ईकाइ के राष्ट्रीय प्रभारी अर्जुन चौटाला ने कहा… कि बार्डर पर धरने पर बैठे किसानों के स्वास्थ्य को लेकर सबसे बड़ी समस्या थी… सरकार किसानों को स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रखना चाहती थी… ताकि आंदोलन को खत्म किया जा सके।
हमारी पार्टी ने फैसला किया कि जितना ज्यादा हो सके किसानों को स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधा प्रदान करेंगे… उसी कड़ी में पार्टी ने टीकरी बार्डर पर एक मैडीकल कैंप बनाने का फैसला किया है… जिसमें 40 बैड का अस्थाई अस्पताल बनाया गया… ताकि किसानों के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा सके… उन्होंने बताया कि अस्पताल में 3 वॉर्ड बनाए गए हैं… जिसमें दो वॉर्ड जनरल हैं और एक वॉर्ड महिलाओं के लिए बनाया गया है।
मैडिकल सुविधा न होने के कारण हुई किसानों की मौतों पर बोले चोटाला कहा… कहा कि सरकार किसानों की मदद करना तो दूर वो यह भी मानने को तैयार नहीं है… कि उनकी तरफ से किसानों को दी जाने वाली मदद में कटौती की गई है… जो कि किसानों का मौलिक अधिकार है साथ ही अर्जुन ने कहा कि सरकार के मंत्री ने किसानों को अपशब्द कहे गए जो बेहद निंदनीय है।
अर्जुन चौटाला ने विपक्ष में बैठे विधायकों को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वो विधायकों वाली तनख्वाह लेने, सरकारी शुरक्षा लेने, सरकारी घर लेने में और किसानों के बीच जाकर झूठी बात कहने में उनका जमीर माना हुआ है… लेकिन किसानों के लिए इस्तीफा देने के लिए अभी तक उनका जमीर नहीं माना… उन्होंने कहा कि अगर वो सच में किसानों के हितैषी हैं… तो इस्तीफा देकर धरने पर बैठें, किसानों के बीच में आएं, किसान उनका दिल खोल कर स्वागत करेंगे… उन्होंने कहा कि कहने वाले बहुत हैं… लेकिन करने वाले सिर्फ अभय चौटाला के अलावा और कोई नहीं है।
साथ ही वे बोले कि विपक्ष में बैठे विधायकों को अब यह बात चुभ रही है… कि अभय सिंह चौटाला ने किसानों के पक्ष में इस्तीफा दिया… क्योंकि विपक्ष के विधायक अब जब गांव में जाते हैं तो किसान उन्हें गांव में घुसने नहीं देते हैं।