India News (इंडिया न्यूज), INLD, चंडीगढ़ : इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के संरक्षक ओम प्रकाश चौटाला ने पांच वर्ष पहले एक ऐसा निर्णय लिया था जिससे पार्टी धीरे-धीरे धरातल में जाती गई। लेकिन एक बार फिर इनेलो अपने खाेए हुए जनाधार को परिवर्तन पदयात्रा के जरिए पाने का प्रयास कर रही है। गौरतलब है कि 2018 में ओपी चौटाला ने वर्तमान में इनेलो से विधानसभा के एकमात्र सदस्य अभय सिंह चौटाला के भाई अजय चौटाला के बेटे दिग्विजय और दुष्यंत चौटाला को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया था।
दुष्यंत चौटाला ने ओपी चौटाला के उन्हें निष्कासित करने के ठीक एक साल बाद हुए हरियाणा विधानसभा चुनावों में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) की स्थापना की थी। इसके बाद चुनावों में उन्होंने जाट बहुल इनेलो के पारंपरिक मतदाता आधार में कटौती करते हुए 10 सीटें जीतीं। जेजेपी ने सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ गठबंधन किया। यहां तक कि दुष्यंत ने उपमुख्यमंत्री का पद भी हासिल कर लिया। इस बीच, आईएनएलडी एक पार्टी जिसने 1999 से 2005 तक राज्य पर शासन किया और विभाजन तक राज्य में प्रमुख विपक्ष थी, एक सीट पर सिमट गई।
इनेलो के महासचिव अभय चौटाला अब पार्टी की खोई विरासत को फिर हासिल करने के लिए प्रदेश में पदयात्रा कर रहे हैं लेकिन यह तो समय बताएगा किया इससे पार्टी की नैय्या पार लगती है या नहीं। बता दें कि मौजूदा समय में इनेलो से विधानसभा के एकमात्र सदस्य अभय चौटाला के नेतृत्व में 24 फरवरी से सूबे में ‘परिवर्तन पदयात्रा आपके द्वार’ चल रही है।
अभय यात्रा के दौरान लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं। संबंधित विभागों से भी बात कर रहे हैं। इसी के साथ कल बहादुरगढ़ में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखकर वह लोगों की समस्याओं से उन्हें अवगत करवाएंगे। पदयात्रा के दौरान अभय बार-बार दावा कर रहे हैं कि इस बाद के चुनाव में प्रदेश में बदलाव निश्चित है और शत-प्रतिशत इस दफा हरियाणा में इनेलो की सरकार बनेगी।
यह भी पढ़ें : Parivartan Padyatra Aapke Dwar : अभय चौटाला बोले-राम राम के साथ कहो परिवर्तन करो-परिवर्तन करो