India News Haryana (इंडिया न्यूज), International Gita Mahotsav 2024 : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में हर वर्ष आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में पहली बार अखिल भारतीय देवस्थानम सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। यह सम्मेलन विश्वविख्यात ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर स्थित पुरुषोत्तमपुरा बाग में 10 दिसंबर को आयोजित होगा। पहली बार आयोजित होने जा रहे इस सम्मेलन की खास बात यह होगी कि इस सम्मेलन में देशभर के मुख्य तीर्थों और मंदिरों के पुजारी और मठाधीश शामिल होंगे।
इनमें विशेष रूप से चारों धामों, सप्तपुरियों और 12 ज्योतिर्लिंगों के पुजारियों को आमंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा 52 शक्तिपीठों में से चुनिंदा शक्तिपीठों के पीठध्यक्षों, कामख्या मंदिर, तिरुपति वेंकटेश मंदिर, मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, सालासर बालाजी धाम, यमुनोत्री, गंगोत्री धाम, वैष्णो देवी के अलावा मुख्य देवी स्थलों के पुजारियों और प्रसिद्ध मठों के मठाधीशों को निमंत्रण दिया जाएगा। बाकायदा निमंत्रण की कवायद आरम्भ भी हो चुकी है।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने जानकारी देते हुए बताया कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की पहचान बन चुके अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में नयापन लाने के प्रयास हो रहे हैं। इस बार भी 18 दिवसीय इस महोत्सव को भव्य बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पहली बार देशभर के मुख्य तीर्थों, मठों और मंदिरों की भी इस उत्सव में भागीदारी रहेगी। इसके लिए सभी प्रमुख मंदिरों और तीर्थों के पुजारी और मठाधीशों को पहली बार कुरुक्षेत्र में आमंत्रित किया जा रहा है। सभी प्रमुख तीर्थ और मठों के मठाधीश कुरुक्षेत्र में जहां गीता पर मंथन करेंगे, वहीं कुरुक्षेत्र के प्राचीन तीर्थ स्थलों की महिमा से भी रू-ब-रू होंगे।
उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य गीता महोत्सव को देशभर के तीर्थों और मठों में भी पहचान दिलाना है। आपको बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी इस सम्मेलन में खासी रुचि ले रहे हैं। बीते दिनों उनके आवास पर आयोजित कार्यक्रम में संतों की भागीदारी और उन्हें आशीर्वाद देने के साथ साथ सीएम की कामाख्या देवी मंदिर की यात्रा और उनके धर्म और अध्यात्म के प्रति व्यक्तिगत रुचि और श्रद्धाभाव के चलते भी इस कार्यक्रम की महत्ता और ज्यादा बढ़ने वाली है।
आपको बता दें कि पिछले कई वर्षों से धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में संत सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। इस बार जहां संत सम्मेलन 9 दिसंबर को आयोजित होगा, वहीं अखिल भारतीय देवस्थानम सम्मेलन 10 दिसंबर को आयोजित होगा। यानि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की ओर से 9 और 10 दिसंबर को 2 दिन सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
11 दिसंबर को गीता जयंती पर भव्य आयोजन होंगे। कुरुक्षेत्र में पुजारियों और मठाधीशों का प्रवास दो दिन का होगा। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से मंदिरों या आश्रम में इन सबके रुकने की व्यवस्था की जाएगी। संत सम्मेलन में जहां संत महात्मा शामिल होंगे, वहीं पुजारी और मठाधीश भी संत सम्मेलन में भी शिरकत करेंगे। संत सम्मेलन में गीता के महत्त्व, गीता के कालखंड आदि विषयों पर मंथन होगा। संत सम्मेलन की अगुवाई अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव प्राधिकरण के वाइस चेयरमैन व गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज करेंगे।
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