यमुनानगर/पवन शारदा
हरियाणा के यमुनानगर के तेजली निवासी वंश पिछले 9 सालों से मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (Muscular Dystrophy) से जूझ रहे हैं. अपको बता दे वंश की उम्र 12 वर्ष है. उसको लगने वाले इंजेक्शन(Injection) की कीमत 16 करोड़ रुपये है. परिवार ने कई एनजीओ (NGO) और सामाजिक संगठनों (Social Organization) से भी संपर्क किया लेकिन कोई बात नहीं बनी।
यमुनानगर के तेजली गांव का रहने वाला वंश देखने में स्वस्थ्य है. लेकिन इसे ऐसी गंभीर बीमारी है जिसके चलते इसका शरीर, इसके हाथ, पांव ठीक से काम नहीं करते है. उसका शरीर अपने रोज के काम करने के लिए भी असमर्थ है. वंश की बीमारी का इलाज पूरे भारत के किसी भी अस्पताल में नहीं है. वंश के परिजन कई जगह से छोटे-मोटे इलाज करा चुके है. अब वंश के परिजनों को आशा की किरण नजर आई है. लेकिन वह अपना सब कुछ बेच कर भी इलाज की राशि नहीं जुटा पा रहे हैं .
वंश की हालत देख परिजनो का रो-रो कर हालत खरब कर ली है क्योंकि वंश की हालत बहुत गंभीर है .
वंश के माता पिता का कहना है कि उनके बेटे का इलाज के लिए जो इंजेक्शन लगना है उसकी कीमत 16 करोड़ है. वह इंजेक्शन भारत में नहीं है. उन्होंने इसके लिए सरकार से गुहार लगाई है . वही जिला सिविल सर्जन डॉ विजय दहिया का कहना है कि इस बीमारी का भारत मे कोई ईलाज नही है . दवाइयों से इस बीमारी का कोई फर्क नहीं पड़ता . इसका इलाज विदेशों में है लेकिन वह बहुत महंगा है .