India News Haryana (इंडिया न्यूज), INLD : हरियाणा में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं और भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बना चुकी है, वहीं अब दूसरी तरह इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) पर संकट के बादल छा गए हैं क्योंकि इनेलो को इस चुनाव में महज 4.14% ही मतदान हासिल हुआ था। अब पार्टी के चुनाव चिन्ह और क्षेत्रीय पार्टी के दर्जे पर खतरा मंडराने लगा है। मालूम रहे कि इनेलो की ओर से सीएम पद का चेहरा रहे अभय चौटाला अपनी ऐलनाबाद सीट भी नहीं बचा पाए थे जिस कारण इनेलो का बड़ा धक्का लगा है, उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार भरत सिंह बेनिवाल से हार मिली है।
वहीं पुन: बता दें कि इस विधानसभा चुनाव में इनेलो को केवल 2 सीटें ही मिली हैं। अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला को रानियां से और डबवाली से आदित्य को। लेकिन इनेलो आयोग के सिंबल बचाने के लिए पांच नियमों को पूरा नहीं कर पाई क्योंकि पार्टी 6 प्रतिशत से भी कम वोट मिले हैं।
कुछ भी हो इसमें कोई शक नहीं कि प्रदेश की राजनीति की दशा और दिशा तय करने वाले इनेलो के लिए अब अपना अस्तित्व बचाना भी मुश्किल हो गया है। चुनाव चिन्ह बचने के हालात भी काफी मुश्किल भरे लग रहे हैं, अब अगर पार्टी का निशान ही छीन गया तो पार्टी के लिए तो और भी मुश्किलें हो जाएंगी।
मालूम रहे कि सन् 2018 में परिवारिक कलह के कारणों से इनेलो टूट सा गया था क्योंकि अजय चौटाला और उनके दो बेटों दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला पार्टी से अलग हो गए थे और जननायक जनता पार्टी (JJP) के नाम से अपनी एक अलग ही नई पार्टी गठित कर दी थी लेकिन भाजपा की आंधी में अब प्रदेश में दोनों पार्टियों के हालात खराब हो चुके हैं।