India News Haryana (इंडिया न्यूज), Apaar ID Card : अब स्कूलों में स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा 12 अंकों का स्पेशल अपार आईडी कार्ड जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सम्पूर्ण राज्य के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स की पहचान अपार आईडी के 12 स्पेशल डिजिट होंगे। इन अंकों में स्टूडेंट्स की पढ़ाई संबंधित संपूर्ण डाटा सेव रहेगा। आधार कार्ड की तरह ही स्टूडेंट्स की पहचान के लिए अपार आईडी कार्ड का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें भी आधार कार्ड की तरह 12 अंकों का एक खास आइडेंटिफिकेशन नंबर दिया जाएगा।
नियम अनुसार राज्य के कक्षा 1 से कक्षा 12वीं तक के सभी स्टूडेंट्स को पढ़ाई जारी रखने के लिए अपार आईडी बनवाना जरूरी है। प्रदेश में लगभग डेढ़ से दो करोड़ छात्र छात्राओं का पढ़ाई संबंधित ब्योरा केवल एक क्लिक पर मिल जाएगा, इसके लिए अपार आईडी के जरिए स्टूडेंट्स की शैक्षिक कुंडली तैयार की जा रही है।
वन नेशन वन स्टूडेंट आई.डी. स्कीम के अंतर्गत राज्य के स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा अपना कार्य शुरू कर दिया गया है। एक राष्ट्र एक छात्र आईडी योजना के अंतर्गत विभाग यू डाइस प्लस पोर्टल के जरिए बच्चों की 12 अंकों की आटोमेटिक परमानेंट एकेडमीक अकाउंट रजिस्टरी (अपार आईडी) तैयार की जाएगी। किंडरगार्टन से स्कूल तक के सभी स्टूडेंट के लिए अब अपार आईडी जारी की जाएगी। अपार आईडी में स्कूल शिक्षण ब्यौरे के साथ ही अन्य विभिन्न जानकारियां सम्मिलित रहेगी।
पूरे राज्य में प्रत्येक स्कूल स्टूडेंट्स को अपार आईडी बनवाना अनिवार्य कर दिया गया है। इस कार्ड में छात्रों को 12 अंकों की अपार आईडी दी जाएगी। इसमें स्टूडेंट्स की शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ साथ अन्य विभिन्न रिकॉर्ड सेव रहेंगे। यह कार्ड वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी के तौर पर काम करेगा। इसकी सहायता से भविष्य में स्टूडेंट्स की शैक्षणिक प्रगति और उपलब्धियों को आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा।
अपार कार्ड छात्रों के शैक्षणिक रिकॉर्ड को हमेशा के लिए सुरक्षित और सेव करके रखेगा। इस आईडी में छात्रों के शैक्षणिक ब्यौरे के साथ ही अन्य रिकॉर्ड भी दर्ज होंगे। अपार आईडी कार्ड स्टूडेंट्स की शैक्षणिक प्रगति और उनके द्वारा प्राप्त उपलब्धियों को आसानी से ट्रैक कर सकेगा, जिसका आगे जाकर सभी स्टूडेंट को कहीं ना कहीं फायदा होगा। अपार आईडी कार्ड में दिए नंबर हमेशा के लिए एक ही रहेंगे, जैसे आधार कार्ड में होते है। यह कार्ड आधार कार्ड से बिल्कुल अलग है, लेकिन दोनों अपार आईडी भी आधार से लिंक होगी।
इस कार्ड से छात्रों को स्कूल की पढ़ाई से लेकर कॉलेज में एडमिशन लेने और नौकरी पाने तक हर जगह मदद मिलेगी। अपार आईडी कार्ड धारक स्टूडेंट्स इस कार्ड से बस यात्रा पर सब्सिडी, परीक्षाओं की फीस में छूट, सरकारी संग्रहालयों में नि:शुल्क प्रवेश, किताबों और स्टेशनरी पर छूट, मनोरंजन पार्क और छात्रावास के लिए सब्सिडी जैसे अनेकों फायदे उठा सकेंगे। जो अलग-अलग कार्य स्कूलों में छात्रों के होते है वे एक ही आई डी से होंगे तथा पूरा ब्यौरा रिकार्ड में रहेगा।
अपार आईडी बनवाने के बाद स्कूल बीच में छोड़ने वाले स्टूडेंट्स को ट्रैक करके उन पर नजर भी रखी जा सकेगी, ताकि उनके स्कूल ड्रॉप आउट करने के कारणों का पता लगाकर समाधान किया जा सके। शिक्षा अधिकारियों ने बताया कि अपार आईडी बनवाने का स्टूडेंट्स के साथ ही स्कूलों को भी फायदा होगा। इस यूनिक आईडी से शिक्षा विभाग स्कूल छोड़ने वाले स्टूडेंट्स को ट्रैक करके उन्हें वापस स्कूल से जोड़ने तक का कार्य आसानी से कर सकेंगे।
देखने में आ रहा है कि बिना अपार आईडी के इस समय स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को शिक्षकों द्वारा घर-घर जाकर ढूंढना पड़ता है। जिससे समस्या पैदा हो रही है, लेकिन 12 अंकों की स्पेशल आईडी बनने के बाद इस समस्या से शिक्षकों को भी छुटकारा मिलेगा। अपार एक ऐसी आईडी है जिसमें कक्षा 1 से 12 तक के सभी निजी और सरकारी स्कूली शिक्षा प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को भारत सरकार द्वारा 12 अंकों की एक यूनिक आईडी दी जाएगी। जिसके बनी कहीं दाखिला नहीं होगा।
अपार आईडी के बिना कोई भी छात्र शिक्षा से जुड़ी किसी भी गतिविधि में भाग नहीं ले सकेंगे, न ही वे कोई परीक्षा दे पाएंगे। जिस तरह हर भारतीय नागरिक के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है। उसी तरह से अब स्कूली छात्रों के लिए भी अपार आईडी कार्ड अनिवार्य किया जा रहा है। स्कूलों के साथ साथ कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए भी अपार आईडी कार्ड उतना ही अनिवार्य है।
शिक्षा परिषद के अधिकृत स्कूल अपार आईडी कार्ड विद्यालयों में ही बनेंगे और स्कूलों से ही आधार नंबर के जरिए अपार कार्ड जारी किए जाएंगे। अपार आईडी कार्ड बनवाने के लिए स्कूलों को स्टूडेंट्स के माता-पिता अथवा उनके अभिभावकों की सहमति लेनी होगी। स्टूडेंट्स का डेटा शिक्षा सम्बन्धित सभी संस्थानों और विभागों के साथ शेयर किया जाएगा। इसके लिए सभी स्टूडेंट्स का आधार वेरिफिकेशन किया जाएगा। स्कूल स्टूडेंट्स के अपार आईडी से जुड़ा डाटा डीजी लॉकर एप्लीकेशन में भी सेव रहेगा।
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