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Microchips On Animals : सड़क पर घूम रहे बेसहारा गोवंश की पहचान करना अब होगा आसान, दुर्घटनाओं और तस्करी पर लगेगी लगाम

• LAST UPDATED : December 2, 2024

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Microchips On Animals : हरियाणा के भिवानी में ग्राम पंचायत बीरण ने एनिमल सिंपैथी ऑर्गेनाइजेशन के साथ मिलकर पशुओं पर माइक्रोचिप लगाने की एक अनोखी पहल शुरू की है। ऑर्गेनाइजेशन और ग्राम पंचायत की इस पहल से सड़क पर घूम रहे बेसहारा गोवंश के मालिकों की पहचान करना अब आसान हो जाएगा और यह तकनीक गोवंश की पहचान, लोकेशन ट्रैकिंग और स्वास्थ्य देखभाल में बड़ा बदलाव लाने का वादा करती है।

Microchips On Animals : माइक्रोचिप पशु तस्करी रोकने में भी प्रभावी साबित होगी

जिला पार्षद प्रतिनिधि मोनू देवसर और बीरण के सरपंच प्रतिनिधि जोगेंद्र सिंह ने बताया कि हर गोवंश को माइक्रोचिप लगाई जा रही है, जिसमें उसकी पहचान, उम्र, नस्ल, बीमारी और टीकाकरण का रिकॉर्ड शामिल होगा। माइक्रोचिप से गोवंश को खोने, चोरी होने या स्थान बदलने पर भी उनकी पहचान सुनिश्चित की जा सकेगी। मोनू देवसर ने बताया कि यह तकनीक गोवंश की लोकेशन ट्रैक करने में मदद करेगी, जिससे सड़क दुर्घटनाओं और यातायात समस्याओं को कम किया जा सकेगा। इसके अलावा, माइक्रोचिप पशु तस्करी रोकने में भी प्रभावी साबित होगी।

पशु प्रबंधन को डिजिटल रूप में संगठित किया जा सकेगा

माइक्रोचिप तकनीक से पशु प्रबंधन को डिजिटल रूप में संगठित किया जा सकेगा। गोवंश की नस्ल और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी का सटीक रिकॉर्ड रखा जाएगा, जिससे उनकी बेहतर देखभाल और प्रबंधन संभव होगा।ग्राम पंचायत बीरण के इस कदम का उद्देश्य लोगों को अपने पालतू पशुओं को घर में रखने और बेसहारा गोवंश को गोशालाओं में भेजने के लिए प्रेरित करना है। यह तकनीक न केवल पशु संरक्षण में योगदान देगी, बल्कि समाज में पशुओं के प्रति जिम्मेदारी की भावना को भी मजबूत करेगी। ग्राम पंचायत बीरण का यह अभियान पशु कल्याण के क्षेत्र में एक नई दिशा की ओर संकेत करता है और इसे आधुनिक पशुपालन का एक आदर्श कदम माना जा रहा है।

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