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J.C. Bose University ने स्वदेशी शोध संस्थान के साथ किया समझौता, दोनों संस्थान मिलकर इन गतिविधियों को देंगे बढ़ावा

• LAST UPDATED : November 20, 2024

India News Haryana (इंडिया न्यूज), J.C. Bose University : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने स्वदेशी शोध संस्थान, नई दिल्ली के साथ समझौता किया हैं। स्वदेशी स्वावलंबन न्यास ट्रस्ट के तहत संचालित स्वदेशी शोध संस्थान भारतीय ज्ञान प्रणाली और अनुसंधान को बढ़ावा देने के साथ-साथ पूरे देश में स्वदेशी के सिद्धांतों के प्रति जागरूकता लाने की दिशा में काम कर रहा है। समझौते पर जे.सी. बोस विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. मेहा शर्मा और स्वदेशी शोध संस्थान के सलाहकार श्री सुरेश गुप्ता ने हस्ताक्षर किए।

J.C. Bose University : स्वदेशी शोध संस्थान की सराहना की

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने समझौता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्वच्छ प्रौद्योगिकीय अनुसंधान के महत्व पर प्रकाश डाला तथा इस दिशा में स्थायी ऊर्जा अनुसंधान को आगे बढ़ाने के प्रयासों के लिए स्वदेशी शोध संस्थान की सराहना की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्रों को इस सहयोग से काफी लाभ होगा। विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में इलेक्ट्रिक वाहनों पर एक पाठ्यक्रम की शुरुआत भी की गई है। उन्होंने दोनों पक्षों को समझौते के तहत पहलों में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया।

कार्यशालाएं आयोजित करने की योजनाओं की रूपरेखा पर चर्चा की

स्वदेशी शोध संस्थान के सलाहकार सुरेश गुप्ता ने बताया कि उनका संस्थान पूरे हरियाणा में सरकारी विश्वविद्यालयों के साथ सहभागिता को लेकर समझौते कर रहा है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा सुरक्षा, एनिमेशन और गेमिंग जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित कार्यशालाएं आयोजित करने की योजनाओं की रूपरेखा पर चर्चा की। गुप्ता ने विश्वविद्यालय के शोधार्थियों को नई दिल्ली स्थित संस्थान की शोध सुविधाओं में मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित भी किया।

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