वह दस दिन पहले मुंबई में समुंद्र में सेलिंग वोट खेल के दौरान दुर्घटना होने से घायल हुए थे। बुधवार देर रात उन्होंने मुंबई के अस्पताल में अंतिम सांस ली।
वीरवार दिल्ली पहुंचे नवीन के पार्थिव शरीर को एक बजे रोहतक की जनता कॉलोनी में पैतृक निवास पर लाया गया। यहां से शव को वैश्य कॉलेज के पास श्मशान भूमि ले गए।
जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका दाह संस्कार किया गया पिता बंसीलाल ने कहा कि हादसे से पहले 8 दिसंबर को उनकी बेटे से फोन पर बातचीत हुई थी।
बातचीत के दौरान वह जल्द ही करीब 20 दिन की छुट्टी लेकर आने की बात कह रहा था। वह अक्सर देश के लिए ओलंपिक में खेलकर गोल्ड मेडल लाने की बात करता था। इसी जुनुन के साथ वह दिन रात कड़ा अभ्यास करता था। शहीद के दो भाई आशू और प्रवीन हैं।
सेलिंग के राष्ट्रीय खिलाड़ी थे नवीन Jawan Naveen Vashistha martyred
भारतीय सेना में 2015 में भर्ती हुए 26 वर्षीय नवीन सेलिंग खेल के राष्ट्रीय खिलाड़ी थे। तीन भाइयों में सबसे छोटे नवीन का पैतृक गांव मड़कौली है।
वहीं माता-पिता व परिवार के अन्य सदस्य काफी समय से शहर की जनता कॉलोनी में रहते हैं। विगत 13 दिसंबर को मुंबई में समुंद्र में नवीन सेना की वोट प्रेक्टिस में हिस्सा ले रहे थे।
इस दौरान एक वोट उनके सिर पर पलट गई। घायल हुए जवान नवीन का नौ दिनों से मुंबई के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। गुरुवार रात को अस्पाल में वह जिंदगी की जंग हार गए।
शुक्रवार दोपहर उनका पार्थिव शरीर दिल्ली लाया गया। यहां से दोपहर एक बजे पार्थिव शरीर को रोहतक की जनता कॉलोनी में उनके निवास पर लाया गया और यहां से शमशान भूमि ले जाकर अंतिम संस्कार किया गया।