कैथल
कैथल मे ऑनलाइन लाटरी की आदत ने युवक को गुनहगार बनाया , युवक ने 9.80 लाख रुपए की लूट का ड्रामा खुद ही रचा था. पुलिस ने शिकायतकर्ता समेत तीन युवको को गिरफ्तार किया है. कैथल के एस पी लोकेन्द्र सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा किया है.
कैथल के चीका में बैंक के सामने हुई 9.80 लाख रुपए की लूट मामले में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार में लिया है. आरोपियों में पीड़ित युवक वार्ड नंबर-8 चीका निवासी गौरव भी शामिल है.गौरव इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड निकला जिसने खुद के साथ लूटपाट करवाने का ढोंग रचा था. कैथल के एस पी लोकेन्द्र सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा किया है.
उन्होंने बताया की शिकायत करता गौरव ने इस गुनहा में अपने दो करीबी दोस्तों को शामिल किया है. गौरव ने खुद के साथ लूटपाट होने की कहानी रची थी, जो शुरू से ही पुलिस को हजम नहीं हो रही थी. पुलिस ने गौरव से वारदात के बारे में पूछताछ की तो उस पर शक गहरा हो गया. एसपी ने मामले की जांच सीआईए की दोनों टीमों और चीका थाना पुलिस को सौंपी है.
जिसमें सीआईए-1 ने तीन युवकों को हिरासत में ले कर जाँच शुरू करी तो पाया की गौरव को ऑन लाइन लाटरी खेलने की लत्त लग गई थी और उसे काफी नुकसान हो गया था और उसने कई जगह से लोन भी ले रखा था इसलिए उसने अपना नुकसान पूरा करने के लिए खुद ही अपने दोस्तों से मिलकर लूट की योजना बना दी. शुक्रवार को चीका के केशव नगर वार्ड-8 निवासी गौरव ने खुद के साथ लूटपाट होने की बात कही थी. गौरव का कहना था कि उसने बैंक एटीएम की फ्रेंचायजी ली हुई है. शुक्रवार को दोपहर साढ़े 12 बजे वह अपने दोस्त के साथ कार में जनता मार्केट चीका स्थित आईसीआईसीआई बैंक से रुपए निकलवाने गया था. उसने बैंक से 9.80 लाख रुपए निकलें और बैग में डाल लिए. उसका दोस्त तीन मिनट पहले गाड़ी में आकर बैठ गया. वह बाएं हाथ में रुपए का थैला लेकर आया और कंडक्टर साइड में जाकर खिड़की खोलने लगा तो उसी समय दो युवक बिना नंबर की बाइक पर आए और थैला छीनकर फरार हो गए. उन्होंने कार में आरोपियों का पीछा किया लेकिन आरोपी भागने में कामयाब रहे. उसने पहले अपने पिता और फिर पुलिस को लूट की सूचना दी.
इसलिए था पुलिस को शुरू से शक…
वारदात के बाद युवक के चेहरे पर ऐसे हावभाव नहीं थे कि उससे साथ लूटपाट की इतनी बड़ी वारदात हुई है. युवक ने पहले अपने दोस्त को कार में भेजा फिर बैंक से अकेला बाहर आया. राइटी होने के बावजूद इतनी बड़ी रकम को राइट हाथ से नहीं बल्की लेफ्ट हाथ से रुपए का थैला पकड़ा था.