India News Haryana (इंडिया न्यूज), Kangna Ranaut Slapped Incident : उचाना उपमंडल कार्यालय में चल रहे धरने पर बैठक आयोजित की गई जिसमें सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि कंगना रनौत को थप्पड़ जड़ने वाली सीआईएसएफ कांस्टेबल कुलविंद्र कौर की रिहाई के बाद उसे उचाना धरने पर बुलाकर सम्मानित किया जाएगा।
मीटिंग धरना संयोजक आजाद पालवां की अध्यक्षता में हुई। पालवां ने कहा कि जो कुलविंद्र कौर के थप्पड़ की गूंज पूरी दुनिया के अंदर गई है। इस थप्पड़ की चर्चा पूरे भारत सहित पूरी दुनिया में गई है। कंगना रनौत अब भी जो बयान दे रही कि उग्रवाद, आंतकवाद को बढ़ावा देने के लिए ये लोग कार्यवाही कर रहे हैं, जबकि देश के अंदर पूरी शांति है। आज भी उसकी जुबान पर कंट्रोल नहीं है।
कुलविंद्र कौर की भावनाओं को ठेस पहुंची थी। किसी की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना, किसी की मां-बाप को गाली देना सही तो कुछ भी नहीं। हम कुलविंद्र कौर के पक्ष में खड़े हैं, उसको सैल्यूट भी करते हैं। जो बतमीज, बदजुबान राजनेता है, उनको सबक सिखाने का काम किया है। राजनेताओं द्वारा अपनी जुबान पर कंट्रोल नहीं किया तो देशभर में गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। एक क्रांति का आगाज हो चुका है। राजनेताओं को भी अपनी जुबान पर कंट्रोल करना चाहिए। 13 महीने आंदोलन चला उस दौरान किसानों को कभी आंतकवादी, माववादी, खालिस्तानी पता नहीं क्या-क्या नहीं कहा गया।
हमने फैसला लिया है कि कुलविंद्र कौर जैसे ही जेल से रिहा होकर आएगी तो उसको उचाना धरने पर बुलाकर सम्मानित करने का काम करेंगे। सरकार को चेतावनी भी देते हैं कि कानून से बाहर आकर इस बेटी के खिलाफ कोई भी कार्यवाही की तो सहन नहीं होगी।
किसान नेत्री सिक्किम सफा खेड़ी ने कहा कि कंगना रनौत ने किसान आंदोलन के दौरान कहा था कि जो धरने पर किसान, मजदूरों की महिलाएं बैठी है वो 100-100 रुपए लेकर आई हैं। ऐसे बयान देकर हिंदुस्तान की मां-बहन का अपमान करने का काम किया था। सरकार से मांग करते हैं कि बाकायदा जो कुलविंद्र कौर की नौकरी थी, उसको उस नौकरी के ऊपर रखा जाए। इस मौके पर शीला छात्तर, बीरा करसिंधु, पाला बड़ौदा, मिया सिंह दरोली, पवन मोर, रामफल, बलिंद्र, जंगीर, टेकराम, मेवा, जोधाराम मौजूद रहे।