इंडिया न्यूज, करनाल।
karnal Airport जेवर में एयरपोर्ट के शिलान्यास के साथ ही कर्णनगरी में आस बंधनी शुरू हो गई है। काफी समय के अंतराल के बाद कर्ण नगरी में एयरपोर्ट परियोजना तेजी से आगे बढ़ सकती है। काफी समय से इसमें पेच अटका था, लेकिन अब संबंधित ग्रामीणों के सकारात्मक रुख और शासन से हरी झंडी मिलने के साथ ही जिला प्रशासन उत्साहित है। करनाल में एयरपोर्ट की परिकल्पना साकार होने के साथ ही पूरी जीटी बेल्ट में आर्थिक प्रोत्साहन की कवायद को नया बल मिला है।
करनाल में एयरपोर्ट के विस्तार की कवायद ने इस परियोजना को वस्तुत: नई दिशा दी है। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र और औद्योगिक नगरी पानीपत के बीच स्थित करनाल में हवाई पट्टी तो काफी समय से है, लेकिन आम जनता के लिए बहुपयोगी एयरपोर्ट का सपना अभी सच नहीं हुआ। लेकिन सीएम के प्रयास से अब न केवल इस परियोजना से जुड़ी ज्यादातर बाधाएं दूर होने वाली हैं, बल्कि एयरपोर्ट के विस्तार का भी पूरा खाका तैयार हो चुका है।
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ज्ञात रहे कि करनाल एयरपोर्ट की घोषण कई साल पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की थी, लेकिन लंबे समय तक तमाम कारणों से इस परियोजना को आगे नहीं बढ़ाया जा सका। कभी तकनीकी गतिरोध तो कभी विस्तार के लिए आवश्यक जमीन के अधिग्रहण का पेच फंसा रहा जिसके चलते आज तक एयरपोर्ट के विस्तार का सपना अधूरा है। रही सही कसर दो साल से कोरोना ने पूरी कर दी। उम्मीद है कि शासन-प्रशासन के स्तर से यह प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ेगा। बताया जा रहा है कि किसानों से भूमि अधिग्रहण को लेकर लगातार उनके साथ बातचीत कर रही है।
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