करनाल के जिला नागरिक हॉस्पिटल में डॉक्टरों की बड़ी लापहरवाही , 15 घण्टे भूखे रखने के बाद ऑपरेशन करने से इंकार किया। अस्पताल मे भर्ती 2 महिला मरीज और एक 5 साल की छोटी बच्ची को रात 12 बजे से भूखा रहने को कहा गया ताकि सुबह इनका ऑपरेशन किया जा सके। ऑपरेशन थेटर पहुचने पर डॉक्टरों ने कहा की आज ऑपरेशन नही होगा क्योंकि बेहोसी का इंजेक्शन देने वाली डॉक्टर के पास टाइम नही है और डॉक्टर की आज ट्रेनिंग है।
5 साल की मासूम बच्ची जो ऑपरेशन की ड्रेस में हॉस्पिटल के बैड पर है 15 घण्टे से भूखी रह कर अपने ऑपरेशन होने का इंतजार कर रही है ताकि उसे बीमारी के दर्द से निजात मिले। इस बच्ची के इलावा 2 महिला मरीज भी ऑपरेशन के इंतजार में रात से भूखी है । लेकिन हॉस्पिटल के डॉक्टरों की लापहरवाही की वजह से इन्हें बिना ऑपरेशन हुए ऑपरेशन थेटर से बहार अपने वार्ड में दर्द के साथ ही लेटना पड़ा ।
करनाल का जिला नागरिक हॉस्पिटल पहले से ही लापहरवाही को लेकर सुर्खियों में रहता है । मरीजों के परिजन डॉक्टरों पर आरोप लगा रहे है की देर रात से मरीजों को भूखा रहने के लिए कहा गया है और सुबह से ऑपरेशन थेटर में ले जा कर ट्रीटमेंट शुरू कर दिया था लेकिन वहाँ पर बेहोशी वाली डॉक्टर ने सिर्फ एक मरीज को इंजेक्शन दिया ओर उस के बाद डॉक्टर मैडम वहाँ से यह कह कर चली गई की उस का मूड नही है और उस के पास टाइम नही है । जिस के बाद छोटी बच्ची ओर अन्य 2 महिला मरीजो को वापिस उन के वार्ड में भर्ती कर दिया । वापस भेजे गए मरीजो को अभी तक कुछ नही बताया गया है की आप खाना खा लो या आप का कब तक ऑपरेशन होगा । परिजन हॉस्पिटल के बड़े अधिकारियों से मिलने के लिए आफिस के चक्कर काट रहे है ।
हॉस्पिटल के PMO पीयुष कुमार शर्मा का कहना है की ये मामला उन के संज्ञान में आया है । ओर आज ऑपरेशन की लिस्ट रखना ही गलत था । क्योंकि आज हॉस्पिटल में कोरोना को लेकर ट्रेनिंग चल रही है । इस बारे में सर्जन डॉक्टर से जवाब लिया जायेगा की जब उन्हें पता था की आज ट्रेंनिग है तो ऑपरेशन की लिस्ट क्यो रखी गई। वही PMO का कहना है की ऑपरेशन की लिस्ट में अगर कोई बच्चा है तो उस का सब से पहले ऑपरेशन होना चाइए । इस बारे भी सर्जन से स्पस्टीकरण लिया जायेगा की अगर आज एक ऑपरेशन हुआ है तो वो उस बच्ची का क्यो नही हुआ । वही PMO का खुद माना है की बच्ची का ऑपरेशन न होना दुर्भाग्यपूर्ण है । ओर सर्जन के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी