इशिका ठाकुर, Haryana News: करनाल राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान की स्थापना सन् 1923 जुलाई में की गई थी। इस उपलक्ष्य में संस्थान अपना 100वां वर्ष मनाने जा रहा है, जिसकी शुरुआत करने के लिए एनडीआरआई में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर पहुंचे। कृषि मंत्री तोमर ने राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल द्वारा पशुपालन तथा दूध उत्पादन में लगातार किए जा रहे प्रयोगों की उपलब्धियों को दर्शाने वाले उपलब्धि स्तंभ का उद्घाटन किया।
इसके साथ ही नरेंद्र तोमर ने कैटल यार्ड का भी निरीक्षण किया तथा एनडीआरआई द्वारा तैयार किए गए क्लोन के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने इस दौरान एक आॅक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया तथा एनडीआरआई परिसर में अपने हाथों से एक पीपल का भी पौधरोपण किया। इस मौके पर कृषि मंत्री के साथ एनडीआरआई के निदेशक मनमोहन सिंह चौहान व संयुक्त निदेशक धीर सिंह के साथ सभी प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
करनाल राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में पहुंचने पर पत्रकारों से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि एनडीआरआई ने अपने 100 वर्ष पूरे किए हैं, इसके लिए जिन लोगों का इसमें योगदान रहा है, वह सभी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि एनडीआरआई के सामने अभी भी बहुत सी चुनौतियां हैं जिनका उन्हें सामना करना है और उन्हें उम्मीद है कि एनडीआरआई के सभी वैज्ञानिक आने वाली सभी चुनौतियों पर खरा उतरेंगे।
एमएसपी के मुद्दे पर कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार लागत पर 50 गुना मुनाफा देकर एमएसपी निर्धारित करती है, जिससे किसानों का निश्चित रूप से फायदा होता है। एसवाईएल के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के बयान पर बात करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि यह काल्पनिक लोग हैं, इनकी बातों को अधिक महत्व नहीं देना चाहिए।
कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने लगभग एक लाख करोड़ रुपए का इंफ्रास्ट्रक्चर फंड बनाया है जिसमें से लगभग 9 हजार करोड़ रुपए बैंक ने स्वीकृत भी कर दिए हैं। कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि पहले किसान कृषि को छोड़कर अन्य काम करते थे लेकिन अब जिस प्रकार से लगातार कृषि में बदलाव आ रहा है उसके चलते युवा भी कृषि की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं कृषि के लिए यह एक अच्छी पहल है।
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