होम / karnal Oxivan के निर्माण का मार्ग हुआ प्रशस्त, बिछेंगी बिजली की लाइनें अंडर ग्राउंड : मनोहर लाल

karnal Oxivan के निर्माण का मार्ग हुआ प्रशस्त, बिछेंगी बिजली की लाइनें अंडर ग्राउंड : मनोहर लाल

• LAST UPDATED : February 26, 2022

karnal Oxivan

इंडिया न्यूज, चंडीगढ़।
karnal Oxivan मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Chief Minister Manohar Lal) ने कहा कि करनाल में ऑक्सीवन के निर्माण हेतु बिजली विभाग को खंभों तथा तारों को हटाका भूमिगत किया जाएगा जिसके लिए 97192170 रुपए की धनराशि जारी कर दी गई है। इस धनराशि से आक्सी वन भूमि से बिजली की लाइनें अंडर ग्राउंड करने की प्रक्रिया शीघ्र ही आरंभ की जाएगी। इससे करनाल में ऑक्सीवन बनने की परिकल्पना साकार होगी और ऑक्सीवन के निर्माण से नई पीढ़ी को प्रकृति दर्शन का ऐसा केन्द्र उपलब्ध होगा जो उन्हें प्रकृति संरक्षण को प्रेरणा प्रदान करने के साथ साथ पर्यावरण का प्रहरी बनेगा।

5 जून को इतने एकड़ पर किया था ऑक्सीवन का शिलान्यास

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने गत वर्ष 5 जून को सेक्टर 4 से मधुबन नहर तक 4.5 किलोमीटर लम्बे 80 एकड़ के इस भूभाग पर ऑक्सीवन का शिलान्यास किया था। ऑक्सीवन के निर्माण के लिए उन्होंने समय-सीमा निर्धारित करते हुए कहा था कि संबंधित विभाग इस महत्वाकांक्षी योजना को तय सीमा में पूरा करते हुए प्राकृतिक संरचना को जल्द अमलीजामा पहनाए। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस पूरे क्षेत्र में बिजली के 33 के.वी. सब-स्टेशन के कई फीडरो की बिजली आपूर्ति के लिए लाइनें बिछी हुई हैं, जिसके स्थानान्तरण एवं भूमिगत केबलिंग के लिए उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा 97192170 रुपए की लागत का अनुमानित खर्च प्रस्तुत किया गया था। बिजली की लाइनों के स्थानान्तरण होते ही ऑक्सी वन का निर्माण कार्य तीव्र गति से किया जाएगा।

आक्सीवन में 14 तरह के घटक : Chief Minister Manohar Lal

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस आक्सीवन में 14 तरह के घटक शामिल होंगे जिसमें चित वन, पक्षी वन, अंतरिक्ष वन, तपो वन, आरोग्य वन, नीर वन, ऋषि वन, स्मृति वन, सुगंध वन, एम्फीथिएटर, सूचना केन्द्र, पुस्तकालय, लाइट एंड साउंड शो, सोविनियर शॉप शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि आक्सी वन बनाने का उद्देश्य नागरिकों को प्रदूषण रहित स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है, साथ ही मनुष्य को विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों तथा जड़ी-बूटियों के साथ पुराने संबंधों को जोड़ने हेतु जागरूक करना है।

Connect With Us: Twitter Facebook

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT