India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Marriages: हरियाणा में शादियों को टूटने से बचाने के लिए महिला आयोग ने एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल महिला आयोग ने प्रदेश में केरल मैरिज मॉडल लागू करने के लिए सरकार से सिफारिश करने का फैसला लिया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, राष्ट्रीय महिला आयोग की बैठक में केरल महिला आयोग ने इस मैरिज मॉडल को रखा था।
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सूत्रों के मुताबिक इस मॉडल का उद्देश्य वैवाहिक विवादों को कम करना और मजबूत पारिवारिक संबंधों को बढ़ावा देना है। इसे लेकर हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने कहा कि इससे दंपति एक-दूसरे को ज्यादा अच्छे से समझ सकेंगे और शादीशुदा जीवन में आने वाली समस्याओं का सामना नहीं करेंगे। महिला आयोग की अध्यक्ष रेणू भाटिया ने जानकारी दी कि कई बार दंपति या उनके परिवारों के बीच कुछ अनकहे तथ्यों के सामने आने पर परिवार टूट जाते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, आयोग में आने वाली कई शिकायतें परिवार और वैवाहिक गतिशीलता के संबंध में पति-पत्नी के बीच आपसी समझ की कमी की ओर इशारा करती हैं। रेनू जी ने बताया कि केरल में विवाह पंजीकरण से पहले विवाह पूर्व परामर्श अनिवार्य है। इसके तहत केरल महिला आयोग की ओर से विवाह से पहले युवक-युवती की पांच से सात दिन तक काउंसलिंग की जाती है। भाटिया ने कहा कि कई दंपति एक-दूसरे को जाने-समझे बिना ही शादी कर लेते हैं। कई अपनी कमियों को छिपा लेते हैं। ये कमियां शादी के बाद सामने आती हैं या उनकी इच्छाएं सामने आती हैं, तो ये विवाद का कारण बनती हैं।