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Khap Panchayat बेटियों की विवाह की उम्र 21 वर्ष करने पर खापें नाराज

• LAST UPDATED : December 21, 2021

इंडिया न्यूज, जींद।

Khap Panchayat बेटियों की विवाह की उम्र 21 वर्ष करने पर प्रदेश की खापें नाराज हो गई हैं। इस नाराजगी को दिखाने के लिए 150 खापें 23 दिसंबर को जींद में गरजेंगी। केंद्र के महिलाओं की शादी की कानूनी उम्र 18 से 21 करने के फैसले पर खाप पंचायतें ड्राफ्ट तैयार करेंगी। खापों का पक्ष है कि अगर लड़का या लड़की खराब हो जाए तो उनकी शादी करना परिजनों की मजबूरी हो जाती है, इसलिए ऐसी परिस्थिति में उनके परिजनों को शादी करने का अधिकार मिलना चाहिए। इसके अलावा खापें गांव की गांव में शादी और एक ही गोत्र में शादी का भी विरोध करेगी।

लड़का-लड़की के लिव इन में रहने में कोई दिक्कत नहीं Khap Panchayat 

खापों का कहना है कि लड़के-लड़की लिव इन में रहे कोई दिक्कत नहीं, पर गांव की लड़की या पड़ोसी की लड़की के साथ लीव में रहेंगे तो दिक्कत होगी। 23 दिसंबर को खापें अपना ड्राफ्ट केंद्र और राज्य सरकार को सौंप देगी। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन पर सर्वखाप की हरियाणा की महापंचायत बुलाई गई है। इसमें प्रदेशभर की 36 बिरादरी के खापों के प्रधानों को शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है।

पहला मुद्दा हिंदू मैरिज एक्ट में बदलाव का Khap Panchayat 

महापंचायत में सबसे पहला मुद्दा हिंदू मैरिज एक्ट को बदलाव करने का है। खाप पिछले 30 साल से यह मांग कर रही है कि एक गांव एक गौत्र में शादी किए जाने पर रोक लगाई जाए। इसके बारे में इस खाप पंचायत में विचार किया जाएगा। अब केंद्र सरकार ने विवाह की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल की है, इस महापंचायत में भी इस पर विचार किया जाएगा और फैसला लेकर प्रस्ताव पास किया जाएगा। एक गांव में एक गौत्र में विवाह समारोह को लेकर तो चिकित्सकों ने तक भी मना किया है, क्योंकि संतान कमजोर होगी। यह डॉक्टरों का मानना भी है। इसमें बदलाव की जरूरत है। ऐसे करने से आपस में भाईचारा भी बिगड़ता है।

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