पवन शर्मा, India News (इंडिया न्यूज़), Kiran Chaudhary during Budget Session, चंडीगढ़ : कांग्रेस की वरिष्ठ नेता व तोशाम से विधायक किरण चौधरी ने बजट सत्र के दौरान सरकार को नाकामियों पर जमकर घेरा। किरण चौधरी ने कानून व्यवस्था से लेकर अवैध माइनिंग, खेल स्टेडियमों का निर्माण न होने, कृषि सहित अनेक मुद्दे उठाए। किरण चौधरी ने कहा कि प्रदेश पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। माइनिंग घोटाला, पेपर लीक, एक्साइज स्केम, कॉपरेटिव घोटालों ने प्रदेश सरकार की पोल खोल रखी है। एनसीआरबी की रिपोर्ट में प्रदेश तीसरे नंबर है जिससे साबित होता है कि हरियाणा का बुरा हाल हो चुका है। एचकेआरएन में युवाओं के साथ छलावा हो रहा है।
चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तुत किए गए बजट के आंकड़े बता रहे हैं कि कृषि व सिंचाई विभाग में बजट घटा है। ऐसे विभाग हैं जहां से जनहित के कार्य होते हैं उनका बजट कम किया जा रहा है। केंद्र ने जो सब्सिडी कम की है उससे किसानों का नुकसान हो रहा है। स्वामी नाथन की रिपोर्ट का कोई जिक्र बजट में नहीं किया गया है। प्रदेश के कई इलाकों में भूमिगत जल की समस्या बढ़ती जा रहा है। इसका उपाय केवल वाटर लॉगिंग का काम करने से ही हो सकता है। मगर इसका कार्य ठीक ढंग से नहीं हो रहा है। हालत यह है कि तोशाम व दादरी के अनेक गांवों में वाटर लॉगिंग की आवश्यकता है पर सरकार के कान पर जू तक नहीं रेंग रही है।
किरण चौधरी ने कहा कि यूरिया के बैग को पचास से चालीस कर दिया गया, मगर कीमत वही रखी है, जो किसानों के साथ धोखा है। यमूना का अतिरिक्त पानी का एमओयू साइन करना गलत है। भिवानी सहित राेहतक में भी पानी की कमी है, जो पाइप लाइन राजस्थान में डालनी है वह हरियाणा में डाली जाए। प्रदेश में पहले नहरों के चार ग्रुप होते थे अब पांच पांच कर दिए गए हैं जो किसानों के लिए नुकसानदायक है। उन्होंने तोशाम हल्के के गांवा बापोड़ा के वाटर वर्कस को मामला उठाते हुए कहा कि वहां पर पानी नहीं मिल रहा है। जो वाटर वर्कस कभी एशिया का सबसे बड़ा वाटर वर्कस था उसकी हालत खराब बन।
भिवानी व तोशाम की कई कैनाल की हालत खराब है। माइनर टूटे हुए हैं इसलिए किसानों को सही पानी नहीं मिल रहा। युवको को ड्रोन प्रशिक्षण के मामले में किरण चौधरी ने कहा कि युवाओं को प्रशिक्षण जरूय दिलाया जाए मगर किसानों पर गोले छोड़ने के लिए ड्रोन का प्रयोग करना बहुत गलत है। उन्होंने कहा कि बिजली कंपनियों को सरकार ने पचीस प्रतिशत छूट दे दी, पर लोगों से सरचार्ज लिया जा रहा है जो जनता के साथ अन्याय है।
रोजगार निगम में एक लाख 80 हजार लगाए गए मगर ड्राइंग व पीटीआई को अभी तक वेतन नहीं दिया गया। खेलों को बढ़ावे का देने का नाम पर केवल छलावा हो रहा है। देवराला व साहलेवाला, ढांगर व जूई में अभी तक खेल स्टेडियम नहीं बना है। जूई में बिजली के तार स्टेडियम की जमीन के ऊपर से गुजर रही है। बार-बार कहने के बाद भी उनको हटाया नहीं जा रहा। कैरू व तोशाम के हर्बल पार्क को बजट की घोषणा के बाद भी बजट जारी नहीं किया गया।
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