इंडिया न्यूज़, अंबाला सिटी : गुरुद्वारा सतसंगत साहिब (Gurudwara Satsangat Sahib) में गुरु अंगद देव जी (Guru Angad Dev Ji) के प्रकाशोत्सव पर कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। समागम का आयोजन रविवार शाम को 6.30 बजे से रात 11 बजे तक किया गया।
इस दौरान आस-पास के इलाकों ने संगत कीर्तन दरबार में हाजरी लगवाने के लिए पहुंची। जानकारी देते हुए सेवादार जगजीत सिंह ने बताया कि इस समागम का आयोजन मैनेजर गुरुद्वारा मंजी साहिब मैनेजर के सहयोग से गुरुद्वारा सतसंगत साहिब की समूह संगत की तरफ से किया गया।
समागम के दौरान दरबार साहिब अमृतसर (Darbar Sahib Amritsar) से रागी भाई हरविंदर सिंह ने संगत के बीच हाजरी लगवाई और शब्द-कीर्तन से संगत को निहाल किया। इसके साथ ही पिहोवा से भाई सुभा सिंह, करनाल से भाई सुखचैन सिंह और अंबाला से भाई परमजीत सिंह ने भी शब्द कीर्तन से संगत को निहाल किया। इस दौरान गुरु का लंगर अटूट बरता।
इस पवित्र स्थान पर धर्म के रक्षक, हिंद की चादर, साहिब श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत के बाद दिल्ली से श्री आनंदपुर साहिब जाते समय भाई जैता जी (भाई जीवन सिंह जी) गुरु जी का पवित्र शीश लेकर कुछ समय के लिए रूके थे। जब दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी यहां से गुजरे तो उन्हें यहां के इतिहास के बारे में पता चला।
जिसके बाद गुरु जी के हुक्म अनुसार इस स्थान पर एक थड़ा साहिब का निर्माण किया।गुरु गोबिंद सिंह जी ने इस स्थान पर 21 दिन तक निवास किया। इन 21 दिनों में सुबह-शाम लगातार कथा कीर्तन चलता रहा। गुरुद्वारा सतसंगत साहिब में हर महीने दशमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है।
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