इंडिया न्यूज, सोनीपत।
Kisan Movement केंद्र द्वारा तीनों कृषि कानून वापस लेने के बाद भी फिलहाल किसानों का आंदोलन अभी थमा नहीं है। वहीं भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने साफ कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से उनके पास बातचीत का अभी तक कोई न्योता नहीं आया। चढूनी कुंडली बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन की बैठक से पहले बातचीत कर रहे थे। चढूनी ने कहा कि पहले सरकार मुकदमे वापस ले और आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के परिवारों को मुआवजे की घोषणा करें, तभी किसान वापसी के बारे में सोचेंगे।
वहीं भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) की महिला प्रदेश अध्यक्ष सुमन हुड्डा ने कहा कि सरकार पहले किसानों की मांगें माने। किसानों के पास सरकार की ओर से फिलहाल कोई सूचना नहीं है। जब तक किसानों की मांगें नहीं मानी जाती, तब तक किसान यहां से जाने वाले नहीं हैं।
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