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किसान आंदोलन : कृषि कानूनों की लड़ाई, FCI पर आई

• LAST UPDATED : April 5, 2021

प्रदेश की मंडियों में जहां 1 अप्रैल से फसल खरीद शुरू हो चुकी है, तो वहीं फसल खरीद के तरीकों को लेकर किसान नाराज हैं.. कई किसानों की शिकायत है कि बिना मैसेज मंडी में पास नहीं मिल रहा है… ऐसे में जब मैसेज नहीं मिल रहा तो फसल कैसे बेची जाए… वहीं कुछ किसानों का कहना है कि उन्हें मैसेज तो मिला है लेकिन फसल का कटान ही नहीं हो पाया है, तो बिना कटी हुई फसल को कैसे बेचा जाए.. वहीं इन सबके बीच देश में चल रहा किसान आंदोलन भी अब प्रदेश की फसल खरीद पर अपना असर दिखा रहा है… FCI के फसल स्टोरेज गोदामों और दफ्तरों का देशभर में किसान घेराव कर रहे हैं… किसान FCI दफ्तरों के बाहर FCI बचाओ देश बचाओ अभियान के तहत प्रदर्शन कर रहे हैं

मजबूत सुरक्षा घेरा, FCI की घेराबंदी

FCI के घेराव की शुरुआत किसान आंदोलन के केंद्र और दिल्ली से सटे जिले सोनीपत से हुई… सोनीपत में किसानों ने FCI के गोदाम के बाहर धरना दिया… इस दौरा  न प्रदर्शन कारी किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की… किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने FCI गोदाम की सुरक्षा बढ़ा दी थी… किसी भी तरह के उपद्रव की आशंका के चलते पुलिस के जवान पूरी तरह से मुस्तैद नजर आए

FCI का निजीकरण चाहती है सरकार ?

टोहाना में चंडीगढ़ रोड पर बने FCI के बाहर प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि सरकार ने 1 अप्रैल से गेहूं खरीद के दावे किए थे, लेकिन किसानों को गेट पास के नाम पर परेशान किया जा रहा है… किसान नेताओं ने कहा कि सरकार नए-नए तरीके याद करके किसानों को परेशान कर रही है… किसानों का कहना है कि सरकार FCI का बजट लगातार घटा रही है.. किसानों का आरोप है कि सरकार FCI को कमजोर करना चाहती है… किसानों का कहना है कि सरकार FCI के गोदामों के निजीकरण की तैयारी में है, किसान ऐसे में सरकार को कामयाब नहीं होने देंगे

मंडी में बिना मैसेज हो खरीद

अंबाला में संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने एफसीआई गोदाम का घेराव किया.. इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि सरकार एफसीआई की खरीद बंद कर किसानों को परेशान करना चाहती है… किसानों ने मांग की कि जिन किसानों के पास मैसेज नहीं भी आ रहा उनका भी गेहूं खरीदा जाए…. मैसेज ना आने के कारण उन्हें वापस मंडी से ना भेजा जाए… किसानों का कहना है कि जिस किसान के पास मैसेज नहीं आया उसका भी मंडी में गेट पास कटना चाहिए… किसानों का कहना है कि कई मंडियों पर व्यवस्थाएं नहीं है तो कहीं पर बारदाना नहीं है… किसान ने चेतावनी दी कि अगर गेहूं की फसल नहीं बिकती है तो डीसी ऑफिस के बाहर गिरा दिया जाएगा

FCI की जगह प्राइवेट कंपनी को बढ़ावा !

फतेहाबाद में भी किसानों ने FCI के गोदाम के बाहर जमकर नारेबाजी की… किसानों का कहना है कि भारतीय खाद्य निगम को सरकार फेल करना चाहती है ताकि प्राइवेट कंपनियों को बढ़ावा मिल सके… इसको लेकर ही आंदोलनकारी किसान FCI बचाओ, देश बचाओ अभियान के तहत देशव्यापी प्रदर्शन कर रहे हैं

FCI के बाहर नमी को लेकर बवाल

करनाल F C I   ऑफिस के बाहर किसानों का धरना प्रदर्शन    सरकार द्वारा 12 प्रतिशत नमी  खरीद करने का  विरोध   पहले 14 प्रतिशत था जिसका विरोध किया जा रहा