देश भर के किसान कृषि कानूनों का विरोध प्रदर्शन कर रहे है वही एक नन्हा सा किसान भी केंद्र सरकार और तीनों कृषि कानूनों का लगातार विरोध कर रहा है। राजस्थान के भरतपुर का यह नन्हा सा बालक अंगद सिंह केवल 8 साल का है और इतनी छोटी सी उम्र में बच्चे के ज्ञान को देखते हुए हर कोई उसकी तारीफ के पुल बांध रहा है। महज 8 साल का अंगद सिंह नाम का बच्चा बड़ी बेबाकी से तीनों कृषि कानूनों के नुकसान के बारे में मीडिया को विस्तार से जानकारी दे रहा है।
बता दे कि यह नन्हा सा किसान महाराजा सूरजमल का वंशज है। अब तक अंगद सिंह 1 लाख किलोमीटर का सफर तय कर चुका है और अपने सफर के दौरान लाखों किसानों को तीनों कृषि कानूनों के नुकसान के प्रति जागरूक भी कर चुका है। अब तक अंगद सिंह 5 राज्यों का सफर तय कर चुका है और पिछले 8 महीनों से दिल्ली सहित अनेक बॉर्डरों पर केंद्र सरकार के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन में शामिल भी हो चुका है।
नन्हे किसान अंगद सिंह ने बड़ी बेबाकी के स्वरूप में कहा कि केंद्र सरकार बार बार कहती है कि तीनों कृषि कानून किसानों के हक़ में है तो केंद्र सरकार इन तीनों कृषि कानूनों के फायदे ही बता दे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों से किसानों को नुकसान होगा। साथ ही अंगद ने कहा कि किसान लगातार तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रही है। लेकिन सरकार किसानों की मांग को दरकिनार कर रही है। उन्होंने कहा कि आज देश का लोकतंत्र ख़त्म हो चुका है। उन्होंने मोदी सरकार से जल्द इन तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की है।
इसके साथ MSP पर किसानों की फसल की बिक्री करवाने की भी मांग सरकार के सामने रखी है। उन्होंने कहा कि अगर पीएम नरेंद्र मोदी इन तीनों कृषि कानूनों को रद्द नहीं करते तो उसके बाद जो सरकार आएगी वे उनसे भी कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करेंगे। अगर फिर भी ये तीनों कृषि कानून रद्द नहीं होते तो वे एक दिन पीएम बनने के बाद कृषि कानूनों को रद्द करेंगे।