India News Haryana (इंडिया न्यूज), Selja Kumari: हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान कोंग्रस में अच्छा-खासा घमासान देखने को मिला है। कांग्रेस के कई बड़े नेता CM पद के लिए दावा थोक में कुमारी सैलजा ने भी CM पद के लिए दावा ठोका था लेकिन कुछ दिनों से प्रचार में शामिल ना होने के कारण हरियाणा की सियासत में उथल-पुथल नजर आने लगी थी। बीजेपी ने भी कुमारी सैलजा को पार्टी में शामिल हों का ऑफर दिया लेकिन इन सबके बाद भी कुमारी सैलजा खामोश रहीं। लेकिन अब कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने बृहस्पतिवार को कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की जीत होने पर मुख्यमंत्री का फैसला आलाकमान करेगा और यह फैसलासबको स्वीकार्य होगा। कुमारी सैलजा ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के चुनाव की कांग्रेस में एक व्यवस्था है और इसका पालन हरियाणा में भी होगा।
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जब उनसे मुख्यमंत्री की दावेदारी को लेकर सवाल किया गया तो सैलजा ने कहा कि, ‘‘मुख्यमंत्री का फैसला हमेशा आलाकमान करता है। नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक होती है जिसमें एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया जाता है कि मुख्यमंत्री चुनने के लिए आलाकमान अधिकृत है। उन्होंने आगे कहा कि अंतिम फैसला आलाकमान का होता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का फैसला सबको मानना होगा।
इतना ही नहीं कुमारी सैलजा ने अपनी नाराजगी को लेकर भी जिक्र किया और कहा कि, वो अपनी पार्टी से कभी दूर नहीं थीं और कभी हो भी नहीं सकतीं। सैलजा ने आगेकहा कि बीजेपी के पास हरियाणा विधानसभा चुनाव में कोई मुद्दा नहीं है उसे अपने 10 साल के ‘कुशासन’ का जवाब देना होगा। आपको बता ने कुमारी सैलजा पुरे दो हफ्ते के बाद गुरुवार को चुनाव प्रचार के मैदान में उतरीं। वो लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ करनाल के असंध में चुनावी मंच पर नजर आईं। इनके अलावा उस मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान भी मौजूद रहे।