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Kurukshetra-धर्म नगरी में फफक फफक कर क्यों रोया बजुर्ग… जानिए पूरी खबर

• LAST UPDATED : September 4, 2021

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कुरुक्षेत्र
कुरुक्षेत्र में शुक्रवार देर सांय राज्य सरकार ने सेवा के अधिकार के तहत 31 विभागों और 38 संस्थानों की 546 सेवाओं को नोटिफाई किया है। जिलास्तरीय कार्यशाला यह सेवाएं आम नागरिक की निजी जिंदगी से जुडी हुई है, जिसमें बिजली का कनेक्शन, पीने का पानी, सफाई, राशनकार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, प्रापॅर्टी की रजिस्ट्री आदि को शामिल किया गया है। प्रत्येक सेवा के लिए अधिकारी की जिम्मेवारी भी तय की गई है।  अब तक 1 लाख 41 हजार केस आरटीएस पर लम्बित है जिनका निपटारा नहीं हो पाया है।
सेवा का अधिकार आयोग के आयोग के मुख्य आयुक्त टीसी गुप्ता ने कहा कि सेवा के अधिकार के तहत अगर किसी अधिकारी बिना किसी कारण के किसी प्रार्थी का आवेदन रोका तो सम्बन्धित अधिकारी बख्शा नहीं जाएगा और सरकार द्वारा अधिसूचित 546 सेवाओं का लाभ निर्धारित समयावधि के अंदर देना सुनिश्चित करना होगा। अहम पहलू यह है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का एकमात्र विजन है कि सभी वर्गों को नोटिफाई सेवाओं का लाभ देकर आम नागरिक के जीवन को सुगम सहज बनाया जा सके। इसलिए लोगों की आस को जहन में रखते हुए राज्य सरकार ने एक सितंबर से आटो अपील साफ्टवेयर (आस) को शुरु किया है। इस आस साफ्टवेयर से लोगों को निराश नहीं होने दिया जाएगा और जो भी अधिकारी निराश करने का प्रयास करेगा, उसकी जवाबदेही तय की जाएगी। सबको निर्धारित समयावधि में आरटीएस के तहत नोटिफाई 546 सेवाओं का लाभ मिलना चाहिए। आरटीएस एक्ट के प्रति प्रत्येक नागरिक को होनी चाहिए जानकारी, ओपन हाउस में आमजन ने रखी आरटीएस से सम्बन्धित शिकायते तो 22 साल से टुयूब्वेल कनेक्शन नही मिलने पर फफक फफक कर रोया बजुर्ग।
मुख्य आयुक्त टीसी गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार ने सेवा के अधिकार के तहत 31 विभागों और 38 संस्थानों की 546 सेवाओं को नोटिफाई किया है। इस आस साफ्टवेयर से अब ऑटोमैटिक तरीके से लोगों के आवेदन पर कार्रवाई होगी। आवेदक एक बार आवेदन करने के बाद भूल सकता है लेकिन साफ्टवेयर के माध्यम से कार्रवाई निर्धारित समय अवधि के अंदर जरूर की जाएगी।  यह भी कहा कि जो भी अधिकारी कानून की अवहेलना करेगा उस पर 250 रुपए प्रतिदिन से लेकर 5 हजार तक जुर्माना किया जाएगा तथा इसके अलावा आयोग द्वारा भी जुर्माना किया जाएगा और नौकरी से बरखास्त करने की सिफारिश भी की जा सकती है।
वही जब ओपन हाउस में आमजन ने आरटीएस से सम्बन्धित शिकायते रखी तो 22 साल से टुयूब्वेल कनेक्शन नही मिलने पर फफक फफक कर बजुर्ग रामेश्वरदास रोने लगा जिसे देख हाल में सन्नाटा छा गया  दरअसल 22 साल पहले रामेश्वर दास के पिता ने ट्यूबवेल कनेक्शन अप्लाई किया था लेकिन बिजली विभाग ने यह कनेक्शन जारी नहीं किया और आज अधिकारियो की कारगुजारी बताते हुए रामेश्वर दास की आंखें नम हो गई  उसने सीएम विंडो पर भी अपनी फरियाद रखी जिसे अनसुना किया गया यही नही बिजली बोर्ड के अधिकारी जुर्माना लगने पर भी आरटीआई का जवाब नहीं दे रहे हैं खुद सुने रामेश्वर दास व उसके बेटे केहर सिंह की कहानी उन्ही की जुबानी
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