India News (इंडिया न्यूज),Venod Sharma, अंबाला : भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर अंबाला शहर के एक निजी पैलेस में ब्राह्मण एकता शक्ति संगठन की ओर से विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अंबाला की करीब 22 ब्राह्मण संगठनों ने मिलकर कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री पं. विनोद शर्मा ने मुख्याअतिथि के तौर पर शामिल हुए और दीप प्रज्जवलित करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर ब्राह्मण एकता शक्ति संगठन के पदाधिकारियों ने मंच पर पहुंचने पर विनोद शर्मा को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण समाज को अपनी ताकत को पहचाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि इस प्रोग्राम में जितनी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोगों ने भागीदारी की, उससे यह साबित हो जाता है कि अंबाला का ब्राह्मण अपने शक्ति को पहचानते हुए संगठित होना शुरू हो गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम हमारे इष्ट है और निश्चिततौर पर भगवान है और हमें मिलकर प्रण लेना होगा कि हम अपने भगवान को चौक चौराहों पर उनकी प्रतिमा नहीं लगाएंगे।
उन्होंने कहा कि चौकों पर प्रतिमा लगाने से धूल, मिट्टी व बरसात में प्रतिमा खराब होती है और आज हमें प्रण करना है कि हम जहां पर भी धर्मशाला है वहां पर भगवान परशुराम का मंदिर बनाएंगे, ताकि अपने ईष्ट की अच्छे तरीके से देखभाल व सफाई हो सके।
वहीं अंबाला के ब्राह्मणों की तारीफ करते हुए विनोद शर्मा ने कहा कि आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की आवाज मैंने विधानसभा में उठाई और हरियाणा पहला राज्य था, जिसने आर्थिक आधार पर बनिया, ब्राह्मण, राजपूत व पंजाबी समाज के गरीब परिवारों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया। उन्होंने कहा कि अंबाला के ब्राह्मणों के बदौलत ही देशभर में आज यह कानून बन गया है कि आर्थिक आधार पर 10 प्रतिशत गरीब परिवारों के बच्चों को सरकारी नौकरी दी जाएगी, जिसके लिए आप बधाई के पात्र हैं। विनोद शर्मा ने कहा कि पहले अंबाला बहुत बड़ा हुआ करता था, लेकिन आज बाट दिया गया है। अंबाला से चंडीगढ़ को अलग किया गया और वह जगह अंबाला से छीन ली गई, ब्राह्मण समाज को एकजुट होते हुए फिर से एक जुट होकर अंबाला से अलग लिए एरिया में अपनी ताकत दिखाई और वहां पर एकजुट होकर अंबाला के साथ जोड़ना है।
पं. विनोद शर्मा ने कहा कि इतिहास उनका लिखा जाता है, जिन्होंने अपने जीवन में कुछ हटकर किया हो, लेकिन मुझे लगता है कि भगवान परशुराम जी के बारे में लिखते हुए इतिहासकारों ने इंसाफ नहीं किया। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम ने कई सुरवीरों को शस्त्र विद्या सिखाई, लेकिन कभी खुद का साम्राज्य स्थापित करने के बारे में नही सोचा।
उन्होंने कहा कि हमें भगवान परशुराम जी महाराज के दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए और उनके सिद्धांतों को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए। शर्मा ने कहा कि हाल में मौजूद समाज के लोगों की संख्या इस बात का प्रमाण है कि सभी के दिल में कुछ कर गुजरने की इच्छा है और मैं वायदा करता हूं कि मैं आपकी भावनाओं का सम्मान करते हुए उसको आगे लेकर जाने का काम करूंगा।
इस अवसर पर ब्राह्मण एकता शक्ति संगठन के चेयरमैन जयभगवान शर्मा, उप चेयरमैन विद्या प्रकाश, कोर्डिनेटर राजेंद्र कौशिक, महासचिव सुरेंद्र वत्स, अश्वनी शर्मा कैशियर, रजनीश शर्मा उप प्रधान, शिव आश्ररा, संरक्षक पराशर, वेद प्रकाश शर्मा, मदन लाल शर्मा, जसबीर शर्मा, सुभाष शर्मा प्रधान रेलवे कॉलोनी, धर्मपाल शर्मा सोड़ा, सुनील शर्मा, धर्मपाल शर्मा, मीडिया जिला प्रभारी बृज भूषण कौशिक, डिप्टी मेयर राजेश मेहता, पार्षद सरदुल सिंह, पार्षद जसबीर सिंह, पार्षद राजेश सिंगला, पार्षद फकीरचंद, मदन मोहन घेल, बीएस साहनी, बृजलाल सिंगला, बिजेंद्र शर्मा, अजैब सिंह, हरदेव सिंह, सुरेश शर्मा लदाना, कर्मवीर लदाना, रविंद्र सौंडा, सुखविंद्र सुखी, राकेश मेहता सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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