India News Haryana (इंडिया न्यूज), Nuh Kisan Mahapanchayat : नूंह जिले के धीरदूका गांव में अपनी 1600 एकड़ जमीन के मुआवजे को लेकर लगभग एक वर्ष से चल रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर गुरुवार को नूंह के एसडीएम अश्विनी कुमार पहुंचे, जहां उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि किसानों की मांग जायज मांग है, उन्हें पूरा कराने के लिए उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने मिलकर अवगत कराया जाएगा।
इतना ही नहीं जल्द ही किसानों की कमेटी के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से समय लेकर मुलाकात कराई जाएगी, ताकि किसानों की समस्याओं का समाधान हो सके। इस दौरान किसानों ने कहा कि उनकी मुख्य मांग यही है कि किसानों से काला कानून बना कर लिया गया, एफिडेविट जो इंग्लिश भाषा में लिखा हुआ है वह रद्द किया जाए और किसानों का बकाया 25 लाख रुपए विद इंटरेस्ट के साथ किसानों को दिया जाए।
इतना ही नहीं किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक एचएसआईडीसी द्वारा कार्य को बंद रखा जाए। अन्यथा किसानों को मजबूरन उनके काम को बंद करवाने का काम करेंगे। इस दौरान किसानों ने कहा कि जब तक उनकी यह मांग पूरी नहीं हो जाती, उनका धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। गुरुवार को किसानों के धरना प्रदर्शन पर पहुंचे एसडीएम अश्वनी कुमार ने किसानों से बातचीत करते हुए भरोसा दिलाया कि किसानों की मांगे जायज है और वह उनकी बातों को जिला उपायुक्त विश्राम कुमार से मिलकर उन्हें अवगत कराएंगे।
इतना ही नहीं इस दौरान एचएसआईडीसी के अधिकारियों ने भी धरना प्रदर्शन पर शामिल होते हुए कहा कि वह जल्द ही उनके उच्च अधिकारियों से बात कर किसानों की कमेटी की बैठक जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ कराएंगे। जिससे उनकी समस्या का समाधान हो सके। इस दौरान किसानों ने कहा कि जब तक उनकी समस्या का समाधान ना हो जब तक एचएसआईडीसी द्वारा कोई कार्य न किया जाए, जिससे किसान मजबूरन होकर फिर उनका कार्य बंद कराने के लिए एकजुट होकर पहुंचे।
इस दौरान एसडीएम द्वारा किसानों की मांगों को मानने पर किसानों ने एसडीएम और जिला प्रशासन का आभार जताया और कहा कि वह प्रशासन से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द उनकी समस्या का समाधान कराया जाए, क्योंकि किसानों को लगभग 1 वर्ष से भी ज्यादा समय धरना प्रदर्शन पर बैठे हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही उनकी मांग नहीं मानी गई तो किसान बड़ा फैसला लेने को मजबूर होंगे। इस दौरान सभी किसानों ने एकजुट होकर कहा कि उनकी 10 मुख्य मांगे हैं, जिनको लगातार वह प्रशासन और एचएसआईडीसी के अधिकारी को समक्ष उठाते आ रहे हैं। जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा ,तब तक लगातार धरना प्रदर्शन अनिश्चितकालीन चलता रहेगा।