India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Politics: दिल्ली विधानसभा चुनावों की तैयारियों के बीच हरियाणा की सियासत में भी गरमा गर्मी का माहौल बना हुआ है। पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर हावी है। हाल ही में हुड्डा और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच भी अच्छी खासी बहस देखने को मिली और ये बहस किसी और पर नहीं बल्कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को लेकर हुई। जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। दरअसल, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि पंडित जवाहर लाल नेहरू एक्सीडेंटल प्रधानमंत्री थे। बस इसी बात पर हरियाणा की राजनीति में भुझाल आ गया और पक्ष विपक्ष में तीखी बहस शुरू हो गई।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि पंडित जवाहर लाल नेहरू एक्सीडेंटल प्रधानमंत्री थे, उन्होंने आगे कहा कि डॉक्टर भीमराव आंबेडकर या सरदार बल्लभ भाई पटेल को प्रधानमंत्री बनाना चाहिए था। दरअसल, मनोहर लाल रविवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में संविधान गौरव और राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। वहीँ हुड्डा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की ये बात सुन कर बिलबिला उठे और उन्होंने जवाब में कहा कि खुद मनोहर लाल एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री रहे। बताने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है। लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी की जा रही है।
इस दौरान मनोहर लाल ने कहा कि देश के आर्थिक विकास में भी डॉक्टर आंबेडकर की अहम भूमिका रही, वो देश के अग्रणी नेताओं में शामिल रहे। मैं तो यहां तक कहता हूं, जवाहर लाल नेहरू बीकेम द प्राइम मिनिस्टर बाई एक्सीडेंट, अगर उनकी जगह सरदार बल्लभ भाई पटेल या डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को आगे लाया जा सकता था। हालांकि यह उस समय का निर्णय था। किसी न किसी को तो बनना था। उधर, डी पार्क स्थित आवास पर जब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस ने डॉक्टर आंबेडकर का पूरा सम्मान किया। वो संविधान निर्माण सभा के चेयरमैन थे। उनकी संविधान बनाने में अहम भूमिका रही। उन्होंने कहा कि वन नेशन-वन इलेक्शन का कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस ने केवल संविधान में संशोधन किए थे, जबकि भाजपा संविधान को ही खत्म करना चाहती है। कांग्रेस ऐसा होने नहीं देगी।