रोहतक/ सुरेंद्र सिंह
छात्रों की राय जानने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रश्न पत्र बनाने का काम शुरू कर दिया है, ऑनलाइन परीक्षा के लिए किसी एजेंसी को हायर करने का कार्य भी चल रहा है। स्नातक के छात्रों के लिए ऑब्जेक्टिव वह स्नातकोत्तर के लिए डिस्क्रिप्टिव परीक्षा होगी।
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की डीन अफेयर नीना सिंह ने बताया कि यूजीसी ने विश्वविद्यालय को इस कोरोना संक्रमण के काल में भी फाइनल ईयर की परीक्षा करवाने का आदेश दिया है। जिसके मद्देनजर महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है।
उन्होंने बताया कि MDU में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के करीब एक लाख विद्यार्थी हैं। इतने बच्चों की परीक्षा करवाना मुश्किल काम है, फिर भी छात्रों से ही राय ली गई है कि वह किस तरीके से परीक्षाएं देना चाहते हैं।
ऑनलाइन राय में यह सामने आया है कि लगभग 50% छात्र ऑनलाइन परीक्षा देना चाहते हैं जबकि लगभग 30% छात्र ऑफलाइन परीक्षा देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यूजीसी के दिशा निर्देशानुसार स्नातक के फाइनल ईयर के छात्रों के लिए ऑब्जेक्टिव टाइप जबकि स्नातकोत्तर के लिए डिस्क्रिप्टिव प्रश्नपत्र बनाकर परीक्षा ली जाएगी।
पोस्ट ग्रेजुएशन में 5 की बजाए तीन प्रश्नों के उत्तर ही देने होंगे. फिलहाल प्रैक्टिकल की परीक्षाएं शुरू कर दी गई है और उम्मीद है के अक्टूबर महीने के प्रथम सप्ताह तक सभी परीक्षाएं पूरी करवा ली जाएंगी। ऑनलाइन परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र तैयार किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई एजेंसी नहीं मिल पाई है और जैसे ही एजेंसी फाइनल होगी, परीक्षाएं शुरू करा दी जाएंगी।