मेवात/कासिम खान
शिकरावा गांव में बाईपास बनने से दर्जनों गांवों में खुशी का माहौल बना हुआ है. गांव में करीब एक किलोमीटर लंबा बाईपास बनकर तैयार किया गया है.
जिले के सबसे शिक्षित गांव में शुमार शिकरावा गांव ही नहीं बल्कि इलाके के सैंकड़ों गांवों के लिए अच्छी खबर है. पलवल मार्ग और पुन्हाना, गोहाना मार्ग, भादस शिकरावा मार्ग से गुजरने वाले लोगों को अब उबड़ खाबड़ सड़क से गुजरना नहीं पड़ेगा. शिकरावा गांव में करीब एक किलोमीटर लंबा बाईपास बनकर तैयार हो दिया गया है. इस बाईपास के साथ- साथ गांव के पानी की निकासी को उजीना ड्रेन से जोड़ने का भी सराहनीय काम लोक निर्माण विभाग से कराया गया है. जो की जमीन के कुछ हिस्से को अपना बताकर कोर्ट में याचिका दायर की गई पिछले करीब दो दशक से गांव की सड़क की हालत बद से बदतर थी.
जिसके कारण विवाद करीब दो दशक तक बना रहा और वो जो आज भी बरकरार है. सड़क में कई फुट गहरे गड्ढे थे .जिनमें वाहन का गुजारना तो दूर पैदल तक निकलना दूभर हो जाता था. बरसात के दिनों में तो कई वाहन मालिक अपने वाहनों में भारी नुकसान कर बैठते थे. इतना ही नहीं खराब सड़क की वजह से सड़क हादसे भी लगातार बढ़ रहे है.सबसे खास बात तो यह है कि पिनगवां, पुनहाना शहरों के अलावा कई गांवों में दूरदराज के लोग इस खराब सड़क की वजह से अपनी लड़कियों की शादी तक नहीं करते है. इलाके के लोग इस मांग को एक बार नहीं बल्कि कई बार सूबे के मुख्यमंत्रियों के सामने भी रख चुके है. मामला न्यायालय में होने की वजह से पुरानी सड़क को तो आज तक ठीक नहीं कि. लेकिन सरकार के आदेश पर लोक निर्माण विभाग ने उजीना ड्रेन की पटरी के साथ -साथ चौड़ा और सुंदर भव्य बाईपास कम समय में बनाकर लोगों को लोगों को बड़ी राहत देने का काम किया है. लेकिन अगर पुरानी सड़क को को भी ठीक कर दिया जाए. तो राहगीरों को और बेहतर सफर करने का मौका मिल सकता है. देर से ही सही सरकार ने लोगों की इस दशकों पुरानी मांग को पूरा कर दिया है, जिससे इलाके में खुशी का माहौल बना गया है.