- मैट्रिमोनियल साइट के जरिये रिश्तों के नाम पर जनता को कर रहे गुमराह
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
Misguided in the Name of Relationships : बदलते जमाने के साथ ठगी के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं। देश-विदेश में कई गिरोह ऐसे हैं जो मैट्रिमोनियल साइट के जरिये रिश्तों के नाम पर जनता को गुमराह कर रहे हैं।
इस तरह की साइटों से देश के लोगों को आगाह करने के मकसद से इंडिया न्यूज की मुहिम ‘शादी के सौदागर’ शुरू की गई है और उसकी रिपोर्ट में ये बातें सामने आई हैं।
रिपोर्ट में विशेषकर उन लोगों को सावधान किया गया जो कई मैट्रिमोनियल साइट्स पर शादी के विज्ञापन आदि देखकर ठगों के झांसे में आ जाते हैं और ठग उनसे एक मोटी रकम वसूल लेते हैं। हकीकत कुछ और होती है।
जीवनसाथी के नाम पर अनजान से करवा दी जाती है मुलाकात (Misguided in the Name of Relationships)मोटी रकम के नाम पर आपको होने वाले जीवनसाथी के नाम पर किसी अनजान से मिलवा दिया जाता है। समाज में ऐसी कई तरह की तिकड़मबाजी से रिश्ता करवाने के नाम पर आम लोगों से मोटी रकम वसूली जाती है।
फिर चाहे वो अकाउंट ओपनिंग चार्ज हो, प्रीमियम अकाउंट चार्ज या फिर मीटिंग करवाने का चार्ज हो। मीटिंग करवाने के बाद ये कंपनियां यह कहकर हाथ खड़े कर देती हैं कि रिश्ता नहीं हुआ।
अगर आपको दोबारा किसी से मीटिंग करनी है तो आपको फिर से चार्ज देना होगा। ऐसी कंपनियां अपने प्रमोशनल एड तो बहुत अच्छे बनाती हैं जोकि दिल को छू जाते हैं लेकिन असलियत कुछ और होती है।
ऐसे मामले सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी सामने आ रहे हैं। कुछ पीड़िताओं ने इंडिया न्यूज से आपबीती सुनाई है।
भारत में बढ़ता जा रहा साइबर क्राइम (Misguided in the Name of Relationships)
देश में साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है। इस पर रोक लगाने के लिए भारत सरकार को सख्त कानून बनाने की जरूरत है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों को देखें तो देश में साइबर अपराध की दर 201 (प्रति लाख जनसंख्या पर घटनाएं) है। Misguided in the Name of Relationships
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