India News Haryana (इंडिया न्यूज), Mob Lynching: हरियाणा के चरखी दादरी जिले में 24 वर्षीय बंगाली प्रवासी मजदूर साबिर मलिक की हत्या ने एक बार फिर राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। मलिक की पीट-पीटकर हत्या के आरोप में पांच लोगों और दो किशोरों को हिरासत में लिया गया है। हत्या का कारण गोमांस खाने के संदेह को बताया जा रहा है, जिसे लेकर गांव में हंगामा हुआ था।
घटना 27 अगस्त को हंसवास खुर्द गांव में घटी, जहां अफवाह उड़ी कि प्रवासी मजदूर गोमांस खा रहे हैं। इस आरोप के बाद, स्थानीय गोरक्षकों और ग्रामीणों ने प्रवासियों के रसोई और बर्तनों की तलाशी ली। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुँचकर पका हुआ मांस बरामद किया और जांच के लिए नमूने लिए।
एहतियात के तौर पर छह प्रवासी मजदूरों को हिरासत में लिया गया। अगले दिन, मलिक का शव भंडवा गांव के पास मिला। उनके साले ने आरोप लगाया कि कुछ युवक मलिक को कबाड़ का सामान देने के बहाने बस स्टैंड पर ले गए और फिर लाठियों से पीटकर हत्या कर दी।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इस अपराध की निंदा करते हुए कहा कि भीड़ द्वारा की गई हत्या अस्वीकार्य है। उन्होंने गोरक्षा के नाम पर किसी भी समझौते से इनकार किया और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी। वहीं, कांग्रेस के विधायक आफताब अहमद ने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि हरियाणा में कानून-व्यवस्था का कोई अस्तित्व नहीं है और गुंडे गोरक्षा की आड़ में अपराध कर रहे हैं।
मलिक की मौत के बाद उनके परिवार को पश्चिम बंगाल में शव सौंप दिया गया है। पश्चिम बंगाल प्रवासी श्रमिक कल्याण बोर्ड ने उनके परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। इस घटना ने गांव में प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर दी है और कई ने गांव छोड़ने की योजना बना ली है।