गुरुग्राम/
जिला सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और विभिन्न एनजीओ के सहयोग से जिला को मोतियाबिंद मुक्त बनाने के लिए निरंतर जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है, डॉ. यादव ने बताया कि जिला में स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पलड़ा और मानेसर में जांच शिविर लगाए गए हैं, बता दें अब तक 167 लोगों की आंखों की जांच की गई है।
जानकारी के अनुसार जांच के दौरान 50 लोगों की आंखों की रोशनी कम आंकी गई है, उन लोगों को नजर का चश्मा लगाने का परामर्श दिया गया है, वहीं 7 लोगों में मोतियाबिंद के लक्षण भी पाए गए हैं, जांच के दौरान 45 लोग ऐसे भी मिले जिनकी पास की नजर कमजोर थी, इन सभी लोगों को उचित डॉक्टरी परामर्श के साथ ही जिन लोगों को सर्जरी की आवश्यकता है उनको सर्जरी के आगामी कार्यक्रम की जानकारी दी गई।
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त विभिन्न एनजीओ के माध्यम से भी जांच शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें कैनविन फाउंडेशन के डीपी गोयल ने नेत्र चिकित्सालय में लोगों से कुल 267 लोगों की आंखों की जांच की गई है, स्वास्थ्य विभाग से राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण योजना के तहत जिला में मोतियाबिंद जांच कार्यक्रम हमेशा किया जाता रहा है, लेकिन पिछले साल कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इस कार्यक्रम को अनिश्चितकाल समय तक रोक दिया गया था, अब जिला में कोरोना नियंत्रण में होने के कारण फिर से शिविर का शुरू किया गया है।