India News Haryana (इंडिया न्यूज़), MP Jayaprakash : हरियाणा प्रदेश में विधानसभा चुनाव को देखते हुए चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं, सभी पार्टियों ने जीत की बाजी मारने के लिए अपने अपने तीर निशाने पर लगाने शुरू कर दिए हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने भी चुनावी मैदान में बिसात बिछानी शुरू कर दी है। एक तरफ हरियाणा मांगे हिसाब पद यात्रा के तहत सांसद दीपेंद्र हुड्डा वर्तमान सरकार से विकास कार्यों का हिसाब मांग रहे है तो वहीं इस अभियान के बाद 21 अगस्त से भूपेंद्र हुड्डा भी 90 की 90 विधानसभाओं को नापेंगे। वहीं सांसद कुमारी सैलजा हरियाणा नापने में जुटी हुई हैं।
वहीं हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद जयप्रकाश का दावा है कि हिसार में उनकी जीत के साथ ही सिद्ध हो चुका है कि इस बार हरियाणा में कांग्रेस प्रचंड बहुमत से सत्ता में आएगी। हरियाणा में कांग्रेस का ग्राफ आदमपुर उपचुनाव से ही ऊपर उठने लगा था। जेपी ने दावा किया कांग्रेस को उप-चुनाव में 50 हजार से ज्यादा वोट मिलने के साथ ही प्रदेश में बदलाव की बयार चलनी शुरू हो गई थी।
हिसार से कांग्रेस सांसद जय प्रकाश उर्फ जेपी आईटीवी नेटवर्क से खास बातचीत में कई मुद्दों पर चर्चा की। ओम प्रकाश चौटाला के सामने लड़े चुनाव में गोली कांड से लेकर, पूर्व पीएम के लिए बुलेट पर प्रचार करने तक के किस्से सुनाए। ग्रीन बिग्रेड बनाकर ताऊ देवीलाल को बदनाम करने के आरोपों पर भी पहली बार बोले सांसद जेपी। वहीं हरियाणा में आदमुपर उपचुनाव को बदलाव की असली वजह बता रहे हैं हिसार से कांग्रेस सांसद।
जेपी का कहना है कि प्रदेश में लोग हुड्डा की बात पर विश्वास करते हैं। जब लोकसभा में हमने 6 हजार पेंशन देने की बात की तो लोग खुश हो गए। प्रदेश में फिर से राज बदलेगा तो हुड्डा फिर ऐसा कर देंगे। सीएम के तौर पर कांग्रेस किसे आगे करेगी तो जेपी इस बात टाल गए और केंद्रीय आलाकमान और विधायक दल के फैसले पर आ गए। उन्होंने बताया कि उन्होंने 2002 में हुड्डा के साथ मिलकर पैदल यात्रा निकाली थी और सरकार में आने पर 1600 करोड़ बिजली का बिल माफ करवाया। तभी से लोगों को भरोसा है कि हुड्डा की कहनी और कथनी में अंतर नहीं।
ताऊ देवीलाल की ग्रीन बिग्रेड का चेहरा होने के आरोप लगातार जेपी पर लगते हैं..हिसार चुनाव में तो बीजेपी उम्मीदवार रंजीत सिंह चौटाला ने यहां तक कह दिया था कि जेपी ने ताऊ देवीलाल को ग्रीन बिग्रेड के नाम पर बदनाम किया। इस पर जेपी ने पहली बार लंबी चौड़ी सफाई देते हुए रंजीत सिंह चौटाला को देवीलाल का फ़ैल स्टूडेंट बता दिया। जेपी ने अपने ट्रैक रिकॉर्ड में बताया कि 6 चुनाव जीते और एक चुनाव पार्टी के साथ मिलकर जीता। रंजीत चौटाला जिंदगी में गलती से 2 बार जीते है। तो साफ है ग्रीन बिग्रेड या ताऊ देवीलाल के नाम पर उनकी राजनीति नहीं चली।
वहीं हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला की सरकार में 2002 में कंडेला कांड को लेकर जेपी का कहना है कि वो गलत काम के बाद ओपी चौटाला कभी नहीं उभरे। जेजेपी और इनेलो को जमा जमानत जब्त पार्टी कहते हुए जेपी ने कहा कि अभय चौटाला जब हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष बने थे तब उनके पास मौका था। लीडर बनने का लेकिन तब भी बीजेपी के इशारे पर वो सिर्फ साल तक सदन में सिर्फ हुड्डा की गिरफ्तारी की मांग करते रहे। वे बीजेपी के तोते की तरह उनकी ही बातें दोहराते थे, जबकि उन्हें बीजेपी के खिलाफ बोलना चाहिए था।
बीजेपी ओबीसी चेहरा सीएम के तौर पर लाई है, लेकिन विश्वास नहीं जीत पाई है ओबीसी का। 15 लाख रुपए, 2 करोड़ नौकरियां, 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी जैसे वादे अधूरे रहे। जनता इन झूठे नारों से तंग है और कांग्रेस के नारे निग्गर हैं। (निग्गर यानी पक्के हैं) वहीं हरियाणा को जेपी पूरे इंटरव्यू में बार बार दावा करते रहे कि इस बार 70 से अधिक सीटों के साथ कांग्रेस सरकार बनाएगी। हरियाणा में न तो इनेलो और नहीं जेजेपी जैसे किसी दल का आधार है मुकाबला तो सीधे तौर पर कांग्रेस और बीजेपी में होगा।