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MP Kartik Sharma निरंतर प्रदेश भर का दौरा कर हर वर्ग के लोगों को दे रहे न्योता

• LAST UPDATED : December 2, 2022

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  • ब्राह्मण महाकुंभ के सियासी मायने, युवा सांसद कार्तिक शर्मा ठोक रहे ताल
  • भाजपा की महाकुंभ के जरिए ब्राह्मण समुदाय के वोटर्स को लुभाने की कोशिश
  • पार्टी के समुदाय के तमाम दिग्गज करेंगे महाकुंभ में शिरकत
  • पार्टी के ब्राह्मण नेता जुटे परशुराम महाकुंभ के सफल आयोजन में

डॉ रविंद्र मलिक, चंडीगढ़ । MP Kartik Sharma : सीएम सिटी करनाल सेक्टर-12 में 11 दिसंबर को परशुराम महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है, इस पर सभी वर्ग के लोगों की नजर गढ़ी हुई है। भाजपा द्वारा इस महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। पार्टी के ब्राह्मण नेताओं पर इस महाकुंभ सफल बनाने की जिम्मेदारी है और पार्टी के ब्राह्मण दिग्गज प्रदेश भर में दौरा कर हर वर्ग के लोगों को इसमें आने का न्योता दे रहे हैं। भाजपा समर्थित सांसद कार्तिक शर्मा भी निरंतर सक्रिय हैं और वो अलग अलग जिलों में लोगों से मिलकर उनको इसमें शिरकत करने का निमंत्रण दे रहे हैं।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस महाकुंभ के कई निहितार्थ हैं। प्रदेश की सियासत में इसके दूरगामी प्रभाव देखने को मिलेंगे और साल 2024 में होने वाले विधानसभा चुनावों से जोड़कर इस महासम्मेलन को देखा जा रहा है। इस महाकुंभ को सफल आयोजन के लिए भाजपा के दिग्गजों समेत युवा नेताओं की जिम्मेदारी लगाई गई है।

इसमें ब्राह्मण समाज के सांसद, मंत्री व विधायक भी शिरकत करेंगे और मुख्यमंत्री मनोहर लाल कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। ये भी माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल समुदाय के लोगों को बड़ी सौगात दे सकते हैं। अगर किसी मुद्दे नाराजगी भी है तो उसको दूर करने की हर संभव कोशिश की जाएगी। ये माना जा रहा है कि समुदाय के लोगों की लंबित मांगों को मान लिया जाएगा।

युवा MP Kartik Sharma महाकुंभ को सफल बनाने में जुटे

कार्तिक शर्मा प्रदेश की राजनीति में निरंतर सक्रिय हैं। वो ब्राह्मण समुदाय का बड़ा चेहरा हैं और उनकी सक्रियता के चलते अन्य विपक्षी दलों में हलचल मची हुई है। भाजपा भी उनके अंदर बड़ी संभावनाएं देख रही है, ब्राह्मण समुदाय में वो युवा व बड़े नेता के रूप में निरंतर आगे आ रहे हैं। इस बात से भी हर कोई इत्तेफाक रखता है कि उनके पिता व पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की भी समुदाय के लोगों में खासी पैठ व पकड़ा है।

फिलहाल प्रदेश भाजपा में कोई बड़ा ब्राह्मण चेहरा नजर नहीं आ रहा है जो समुदाय के लोगों को एक साथ ले आए। लेकिन जिस तरह से कार्तिक ने सांसद बनते ही समुदाय व अन्य वर्ग के लोगों के बीच अपनी सक्रियता बढ़ाई है, उससे साफ हो गया है कि पार्टी उनको आने वाले समय में बड़ी जिम्मेदारी देगी और कहीं न कहीं ये फिलहाल नजर भी आ रहा है।

वो खुद महासम्मेलन को सफल बनाने के लिए प्रदेश भर का दौरा कर ब्राह्मण समुदाय के अलावा अन्य वर्ग के लोगों को भी महासम्मेलन का निमंत्रण दे रहे हैं। कुछ दिन पहले राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने पिल्लूखेड़ा मंडी स्थित ब्राह्मण धर्मशाला में भी इसको लेकर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की थी। निरंतर समुदाय के लोग भी उनसे मिल रहे हैं।

भाजपा के ब्राह्मण दिग्गजों करेंगे महाकुंभ में शिरकत

यूं तो भाजपा में फिलहाल कई ब्राह्मण समुदाय के दिग्गज नेता हैं। पार्टी में सबसे पुराने दिग्गज नेता रामबिलास शर्मा हैं लेकिन पिछले कुछ समय से वो इतने सक्रिय नहीं हैं। उनके अलावा पार्टी में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा भी हैं। उनके अलावा सांसद रमेश कौशिक और अरविंद शर्मा भी हैं। इनके अलावा बड़े चेहरो के रुप में राज्यसभा सांसद डीपी वत्स और विधायक मोहनलाल बड़ौली भी बड़े चेहरे के रूप में हैं।

आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इन नेताओं के सामने समुदाय के वोटर्स को एकजुट करने की चुनौती होगी। भाजपा के समुदाय के तमाम सांसद, मंत्री और नेता महाकुंभ में शिरकत करेंगे। इस महाकुंभ के जरिए पार्टी के नेता एक तरह से अपना अपना शक्ति प्रदर्शन भी करेंगे। करनाल लोकसभा सीट से कई ब्राह्मण दिग्गज भी सांसद रह चुके हैं और इस सीट पर ब्राह्मण समुदाय का खासा हस्तक्षेप रहा है।

ब्राह्मण वोटर्स को साधने की जुगत

प्रदेश की राजनीति में ब्राह्मण समुदाय का खासा रोल और हस्तक्षेप है। समुदाय के वोटर्स की अनदेखी करने की स्थिति में कोई भी दल नहीं है। यूं भाजपा का समुदाय के वोटर्स में खासा वोट बैंक है। लेकिन पिछले कई मुद्दों पर समुदाय के लोगों की भाजपा से हल्की फुल्की नाराजगी सामने आई। हालांकि ज्यादातर मामलों पर पार्टी ने नाराजगी दूर भी कर दी। अब इस महाकुंभ के जरिए पार्टी की जुगत है कि ब्राह्मण समुदाय तो पूरी तरह से अपने पाले में लाया जाए। इस पहलू को लेकर पार्टी के नेता हर संभव कोशिश कर रहे हैं।

आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। ये भी माना जा रहा है सीएम समुदाय के लोगों के लिए कोई बड़ी घोषणा भी कर सकते हैं और जिन मुद्दों पर समुदाय के वोटर्स की तनिक भी नाराजगी, उनका भी पटाक्षेप होने की संभावना है।

अलग-अलग जिलों में टीमों को दी जिम्मेदारी

पार्टी की तरफ हर जिले में पार्टी के समुदाय के नेताओं के कार्यक्रम के सफल आयोजन की जिम्मेदारी दी गई है। इसको लेकर सभी जिलों में बैठकों का भी आयोजन निरंतर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सचिव अजय गौड़ इसके सफल आयोजन के लिए प्रयासरत हैं। हर जिले में भी टीमों का गठन किया गया है कि कोई कसर बाकी नहीं रही जाए। टीमों के सदस्य न केवल समुदाय के लोगों बल्कि सभी वर्ग के लोगों को इस महाकुंभ में आने के लिए प्रयास कर रहे हैं। कार्यक्रम में सबको लाने के लिए वाहनों का प्रबंध भी किया जा रहा है।

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