नारायणगढ़ से भेदभाव क्यों ? इसी सवाल को लेकर सीएम के नाम SDM को सौंपा ज्ञापन

नारायणगढ़

जिला बनाओ की मांग को लेकर सैकड़ों क्षेत्रवासियों ने नारायणगढ़ जिला बनाओ संयुक्त मुहिम के बैनर तले स्थानीय महाराजा अग्रसेन चौक से लघुसचिवालय तक मार्च निकाला…और प्रदेश के मुख्यमंत्री को  जिला बनाने के लिए सिफारिश करने वाले मंत्री समूह के तीन सदस्यों डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला,  शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर और सहकारिता मंत्री बनवारी लाल के नाम ज्ञापन एसडीएम डॉ. वैशाली शर्मा को सौंपा…प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई संयोजक गुरपाल सिंह अकबरपुर कर रहे थे… इस मार्च में विभिन्न संस्थाओं के सदस्य, वकील और बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं।

ज्ञापन में उलाहना देते हुए कहा गया है कि नूंह, चरखी दादरी, पलवल, फतेहाबाद जैसे जिले बन गए… लेकिन नारायणगढ़ राजनैतिक उपेक्षा का शिकार होता रहा है… यहां की जनता को जिला से सम्बंधित अपने रोजमर्रा के कार्यों के लिए अम्बाला जाना पड़ता है… जो काफी दूरी है जिससे जनता के धन और समय दोनों की बर्बादी होती है… प्रशासनिक सुधार न होने के चलते नारायणगढ़ आर्थिक और औद्योगिक विकास में पिछड़ गया है… इसलिए नारायणगढ़ को जिला बनाया जाए।

ज्ञापन में कहा गया है कि नारायणगढ उपमंडल को संयुक्त पंजाब के समय से सब डिवीजन का दर्जा हासिल है… उस समय नारायणगढ़ के साथ जगाधरी,  कालका, रोपड़, खरड़ तहसीलें थीं… आज  ये सभी जिले का रूप ले चुकी हैं… जगाधरी को यमुनानगर, कालका को पंचकूला, खरड़ के लिए मोहाली और रोपड़ स्वयं जिला बन चुके है… लेकिन राजनैतिक पैरवी और भेदभाव के चलते नारायणगढ़ आज भी एक सब डिवीजन ही है।

शहीदों को किया नमन

प्रदर्शन मार्च शुरू करने से पहले शहीदी दिवस के अवसर पर शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत को याद किया और उनको नमन किया गया… शहीदों के माल्यार्पित चित्रों के साथ लघुसचिवालय तक मार्च निकाला गया… इसके अतिरिक्त अंबाला चौक पर महाराजा अग्रसेन, डॉ0 अम्बेडकर चौक पर डा. बी. आर. अम्बेडकर और नेता जी चौक पर नेता जी सुभाष जी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया।

नारायणगढ क्यों नहीं?

स्थानीय बार के उप प्रधान रह चुके वरिष्ठ अधिवक्ता लाजपत भारापुर ने सवाल उठाया कि जब राजनैतिक लाभ लेने के लिए पंचकूला और यमुनानगर, चरखी दादरी को जिला बनाया जा सकता है… तो प्रदेश के सबसे पुराने सब डिवीजन नारायणगढ़ को क्यों नहीं ? उन्होंने कहा कि कभी नारायणगढ़ का ही भाग रहे रायपुर रानी और साढौरा के नारायणगढ के साथ लगते लगभग 6 दर्जन गांवों को मिला कर नारायणगढ को जिला बनाया जाए… नारायणगढ़ को राजनैतिक रूप से अछूत न माना जाए और इसकी और उपेक्षा न की जाए… जिस तरह सरकार हांसी और गोहाना को जिला बनाने पर विचार कर रही है उसी प्रकार नारायणगढ़ पर भी मंथन कर जिला बनाया जाए।

Rajan.Agrawal@itvnetwork.com

Share
Published by
Rajan.Agrawal@itvnetwork.com

Recent Posts

Haryana State Election Commission : मतदाता सूचियों को तुरंत कराया जाए अपडेट, अंतिम प्रकाशन 6 जनवरी को  

राज्य चुनाव आयोग ने 5 नगर निगमों, 3 नगर परिषदों और 26 नगर समितियों में मतदाता सूचियों को अपडेट करने…

3 hours ago

Sapna Choudhary : स्टेज पर गिरीं सपना चौधरी, फिर भी जारी रखा धमाकेदार डांस, वायरल हो रहा वीडियो

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Sapna Choudhary : हरियाणवी डांसिंग क्वीन सपना चौधरी अपने जबरदस्त…

3 hours ago