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National Highway Damage: एक लाख 3 हजार करोड लागत के नेशनल हाई-वे की बारिश ने खोली पोल

• LAST UPDATED : July 21, 2021

सोहना/संजय राघव

National Highway Damage: दिल्ली से मुंबई तक बनाए जाने वाले नेशनल हाईवे पर हो रहे निर्माण कार्य की पोल मानसून की पहली बरसात ने खोल दी है, हाईवे पर मजबूत निर्माण कार्य  का दावा इस बरसात में पूरी तरह से फेल कर दिया, मानसून की पहली बरसात में हाईवे की सड़क काफी दूर तक धंस गई वहीं कई सड़क कई जगह टूट गई है,  अंदाजा लगाया जा सकता है, कि हाईवे पर किस तरह से निर्माण कार्य चल रहा है, हालांकि इस हाईवे पर 1लाख 3 हजार करोड की भारी रकम राशि खर्च की जानी है,  साल 2023 और 24 में इस हाइवे को पूरी तरह से तैयार करने का दावा किया जा रहा है।

केंद्र सरकार ने मुंबई से लेकर दिल्ली तक बनाए जाने वाले नेशनल हाईवे को लेकर तमाम बड़े-बड़े दावे किए, जिसमें कहा गया कि इस नेशनल हाईवे को यूरोपियन देशों की तरह इलेक्ट्रिक हाईवे की तर्ज पर बनाया जाएगा, लेकिन मानसून की पहली बरसात में सरकार के तमाम दावों को फेल कर दिया है, पहली ही बरसात में गांव अभयपुर से लेकर गांव सिलानी तक 19 जगह से यह सड़क पूरी तरह से अंदर धंस गई, जो साइड में ग्रिल लगी हुई थी, वह भी काफी दूर तक टूट गई  है, सड़कों में जगह-जगह पर दरार आ गई और साइड में लगी हुई मिट्टी पूरी तरह से बह गई जिसके साथ सड़क भी वहां से गायब हो गई है,

गौरतलब है कि दिल्ली से मुंबई तक बनाए जाने वाले नेसनल हाईवे करीब 1320 किलोमीटर का बनाया जाना है, वह करीब 1लाख3हजार करोड़ की लागत नेशनल हाईवे पर लगाई जाएगी,  इसे 2023 और 24 तक पूरा करने का दावा सरकार कर रही है, यह नेशनल हाईवे 5 राज्यों से होकर निकलेगा,  जिसमें हरियाणा के 3 जिलों से होकर यह हाईवे गुजर रहा है।
करीब 80 किलोमीटर की सड़क हरियाणा में बनाई जानी है, मुंबई से दिल्ली तक बनाए जाने वाला नेशनल हाईवे भारतमाला परियोजना के पहले चरण के तहत बनाया जा रहा है, लेकिन निर्माण के बाद जिस तरह की तस्वीरें सामने आई हैं,  वह नेशनल हाईवे पर चल रहे निर्माण कार्य पर सवालिया निशान खड़ीं कर रहीं हैं,  हैरान कर देने वाली बात यह है कि यह सड़कें जहां पर टूटी है वहीं पर कुछ समय पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस हाईवे का उद्घाटन करने के लिए यहां आने वाले थे, लेकिन किसी कारणवश कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया।
उसी को लेकर यह तमाम सड़कें तैयार की गई थी जिनकी पहले ही मानसून की बरसात ने पोल खोल कर रख दी है, अब देखने वाली बात यह है कि केंद्र सरकार और नेशनल हाईवे अथॉरिटी इस बात को संज्ञान में लेकर क्या कार्रवाई करती है यह आने वाला वक्त बताएगा