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National Net Ball Tournament: सोनीपत की बेटी ने जीता स्वर्ण पदक (Gold Medal)

• LAST UPDATED : March 30, 2021

सोनीपत/सन्नी मलिक

सोनीपत के गांव मकीनपुर की बेटी ने जिले का ही नहीं पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है, आपको बता दें कि 25 मार्च से 28 मार्च तक छत्तीसगढ़ में प्रतियोगिता आयोजित की गई थी. नेटबॉल नेशनल प्रतियोगिता (National Net Ball Tournament) का आयोजन किया गया था. प्रतियोगिता में शीतल ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान हासिल किया है. इस प्रतियोगिता में शीतल को गोल्ड मेडल(GOLD MEDAL) हासिल हुआ है। जिसके बाद गांव में ग्रामीणों ने शीतल का जोरदार स्वागत किया, वहीं शीतल ने कहा की वह लगातार अपने खेल पर ध्यान देगी और आगे भी ऐसा प्रदर्शन जारी रहेगा. और इससे पहले भी शीतल कई नेशनल प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीत चुकी है।

National Net Ball Tournament में First Position

सोनीपत जिले के मकीनपुर गांव की शीतल ने कहा कि पिछले 4-5 साल से नेटबॉल खेलती हुं, इससे पहले भी मैं कई बार गोल्ड मेडल लेकर आ चुकी हूं। छत्तीसगढ़ में टूर्नामेंट (TOURNAMENT) था तो मैं हरियाणा की तरफ से खेल रही थी, और हरियाणा की टीम का नेतृत्व कर रही थी. छत्तीसगढ़ (CHATTISGARH) में 25 मार्च से लेकर 28 मार्च (25 MARCH TO 28 MARCH) तक यह नेशनल प्रतियोगिता चली थी, इस टूर्नामेंट को पूरी लगन और मेहनत से खेला है, और प्रथम स्थान(FIRST POSITION) प्राप्त किया है. नेट बॉल में हमने गोल्ड मेडल(GOLD MEDAL) हासिल किया है इस पूरे खेल का श्रेय मैं अपने माता-पिता को देना चाहती हूं अपने कोच और अपनी पूरी टीम को इस खेल का श्रेय देती हूं।

समाज सेवी (Social Worker) देवेंद्र कादयान ने कहा, ‘कि हमारी बहन शीतल जिस तरह से नेट बॉल में प्रथम स्थान हासिल कर गोल्ड मेडल जीता.और अपने गांव मकीनपुर में पहुंची है, तो उसका हौसला बढ़ाने के लिए गांव में पहुंचे हैं. नेटबॉल मेन नेशनल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर गांव लौटी है. पहले भी कई गोल्ड मेडल हमारी बहन के नाम से हैं जो कि पहले जीत चुकी है’।

अब यह नेशनल गोल्ड मेडल(National Net Ball Tournament) लेकर आई है, और जल्दी ही हमारी झोली में अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मेडल(International Gold Medal) डालेगी और गोल्ड मेडल जीतकर यह लड़की गांव पहुंची ओर  इसने गांव के मंदिर में माथा टेका है. और भगवान का आशीर्वाद लिया है. जब इस प्रतियोगिता के लिए गई थी. तो यहीं से आशीर्वाद लेकर गई थी और यह गोल्ड लेकर अपने गांव वापस लौटी है. और हम यही कामना करते हैं कि गांव के साथ-साथ जिला और प्रदेश का नाम रोशन करती रहे।

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